Union Budget 2021: कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए बजट में सरकार फर्टिलाइजर सेक्टर के लिए खास प्रावधान रख सकती है. इस सेक्टर के लिए डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर का ऐलान किया जा सकता है.
केंद्र सरकार 1 फरवरी को संसद में बजट 2021 पेश करेगी. कोरोना काल में यह सरकार का पहला बजट होगा. सीएनबीसी-आवाज को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक, बजट में सरकार फर्टिलाइजर सेक्टर के लिए खास प्रावधान रख सकती है. इस सेक्टर के लिए डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (DBT) का ऐलान हो सकता है. इसके तहत कंपनियों को हर हफ्ते सब्सिडी का भुगतान होगा. साथ ही सब्सिडी के पूरे बकाये के भुगतान का भी प्रावधान किया जा सकता है.
सूत्रों के मुताबिक, DBT का पूरा खाका तैयार है. इस पर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में चर्चा भी हुई है. बजट में चालू साल की पूरी सब्सिडी और पिछले साल के बकाये के भुगतान का भी प्रावधान हो सकता है. सूत्रों के मुताबिक 65,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी के भुगतान का प्रावधान संभव है. बता दें कि चालू कारोबारी साल के लिए करीब 71 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी का प्रावधान था.
इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग को मिलेगा बढ़ावा
बजट 2021 में इलेक्ट्रॉनिक इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर सेक्टर को भी बूस्टर डोज मिल सकता है. लैपटॉप (Laptop), टैबलेट (Tablet), स्मार्टवॉच (Smartwatch) की घरेलू मैन्युफैक्चरिंग के लिए 10 हजार करोड़ रुपये की अलग स्कीम आ सकती है. बजट में इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग को बूस्टर देने के लिए 10,000 करोड़ रुपयेे से ज्यादा की स्कीम का ऐलान संभव है. लैपटॉप, टैबलेट बनाने के लिए इंसेंटिव मिलेगा. प्रिंटेड सर्किट बोर्ड, स्मार्ट वॉच, एयर बड्स पर भी इंसेंटिव मिलेगा. इससे पहले सरकार 50,000 करोड़ रुपये की लागत से 3 स्कीम की शुरुआत कर चुकी है. फॉक्सकॉन (Foxconn), पेंगाट्रॉन और विस्ट्रॉन, सैमसंग (Samsung), कार्बन (Karbonn), लावा और डिक्सॉन (Lava and Dixon) ने पिछली स्कीम में भाग लिया था.