केन्द्र सरकार देशभर में लापता चल रहे 421255 घुसपैठियों (Missing intruders) की तलाश में जुटी है. इसके लिये राज्यों को विशेष दिशा निर्देश दिये गये हैं. प्रदेश की गहलोत सरकार ने इन घुसपैठियों की तलाश के लिये उच्च स्तरीय कमेटी का गठन कर दिया है.
केंद्र सरकार ने पूरे देश में अवैध रूप से रह रहे लापता घुसपैठियों (Missing intruders) को ढूंढने के लिए राज्य सरकारों को दिशा-निर्देश दिए हैं. केन्द्रीय गृह मंत्रालय (Union Ministry of Home Affairs) के अनुसार पूरे देश में 4 लाख 21 हजार 255 घुसपैठिये लापता हैं. ये लोग केंद्रीय जांच एजेंसियों के राडार पर नहीं हैं. सुरक्षा के दृष्टिकोण से इन्हें ढूंढना बेहद जरूरी है. इनका ढूंढना देश हित में है ताकि वे राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security) में सेंध नहीं लगा सके. इस कड़ी में राज्य सरकार ने प्रदेश में घुसपैठियों का पता लगाने के लिये कमेटी गठित की है.
केन्द्र सरकार ने कहा कि राज्य सरकारें अन्य राज्यों का वीजा/ धार्मिक वीजा लेकर राज्य में स्थाईवास पर रहने के लिये आये इच्छुक पाक नागरिकों के तत्काल प्रस्ताव प्राप्त कर तुरंत भिजवायें. वहीं अवैध रूप से निवास कर रहे विदेशी पाक नागरिकों की पृथक सूची भिजवायें. इसके साथ ही यह भी बतायें कि अवैध रूप से निवास कर रहे विदेशी/पाक नागरिक द्वारा अवैध वास का क्या कारण है ? राजस्थान में कितने घुसपैठिये लापता हैं इसकी अभी सटीक जानकारी नहीं है. केन्द्र सरकार ने इसका कोई अलग से डाटा नहीं मुहैया करवाया है.
गहलोत सरकार ने गठित की कमेटी
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने 1 जनवरी 2021 को राज्य सरकार को पत्र लिखकर कमेटी गठित करने के निर्देश दिए थे. केन्द्रीय गृह मंत्रालय के आदेशों की पालना के तहत गहलोत सरकार ने गृह सचिव एलएन मीणा की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर दी है. कमेटी प्रदेश में लापता घुसपैठियों को ट्रेस ( ढूंढेंगी) करेगी.
गृह सचिव ने सभी एसपी से किया संवाद
कमेटी के गठन के बाद गृह सचिव एनएल मीणा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी इंटेलिजेंस एसपी, जिला पुलिस अधीक्षक (एफआरओ) जयपुर ग्रामीण, सीकर, झुंझुनू, टोंक, दौसा, अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर, कोटा ग्रामीण, बूंदी, झालावाड़ ,बारां, उदयपुर, बांसवाड़ा ,डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़ ,राजसमंद, भरतपुर, धौलपुर एसपी से संपर्क किया. वहीं अलवर, सवाई माधोपुर, करौली ,जोधपुर ग्रामीण, सिरोही, पाली, जालौर ,बीकानेर, चूरू ,श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, प्रतापगढ़ जोन, जयपुर शहर, ज़ोन जोधपुर, जोन अजमेर, उदयपुर जोन, कोटा जोन, बीकानेर, भरतपुर जोन, बीआई बाड़मेर, बीआई जैसलमेर और भिवाड़ी एएसपी से भी संवाद किया है.