क्या आप भी सोना-चांदी खरीदने का प्लान बना रहे हैं…? हाल ही में एक ऐसी रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें बताया गया था कि अब से गोल्ड और सिल्वर की खरीदारी के लिए केवाईसी की जरूरत होगी.
क्या आप भी सोना-चांदी खरीदने का प्लान बना रहे हैं…? हाल ही में एक ऐसी रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें बताया गया था कि अब से गोल्ड और सिल्वर की खरीदारी के लिए केवाईसी की जरूरत होगी. यह खबर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी. इस मैसेज में कहा जा रहा है कि सोना खरीदने के लिए PAN और आधार कार्ड (Aadhaar Card) की जरूरत हो सकत है. आइए आज आपको इस खबर की पूरी सच्चाई के बारे में बताते हैं-
आपको बता दें प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने जब इस खबर की जांच की पाया कि यह पूरी तरह से फेक है…यानी इस तरह का कोई भी नियम लागू नहीं किया है. आइए आपको बताते हैं कि पीआईबी ने ट्वीट करके क्या कहा-
PIB ने किया ट्वीट
पीआईबी फैक्ट चेक ने ट्वीट करके बताया कि अधिसूचना के अनुसार केवल 10 लाख से ऊपर की रकम की ज्वेलरी पर ही केवाईसी कराना जरूरी है. इस मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा था कि किसी भी रकम की सोने-चांदी की ज्वेलरी खरीदनी है तो पैन/आधार कार्ड आधारित #KYC कराना जरूरी होगा. पीआईबी ने बताया कि यह दावा पूरी तरह से गलत है सरकार की ओर से ऐसा कोई भी नियम जारी नहीं किया गया है.
जानें सरकार ने क्या कहा था?
मनी लाड्रिंग रोधी कानून, 2002 (PML Act, 2002) के तहत 28 दिसंबर को जारी अधिसूचना में कहा गया है कि 10 लाख रुपये अथवा इससे अधिक का सोना, चांदी, आभूषण और कीमती धातुओं नकद सौदा करने पर केवाईसी दस्तावेज भरने होंगे. वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग ने 28 दिसंबर, 2020 को जारी अधिसूचना को स्पष्ट करते हुए कहा कि दो लाख रुपये से अधिक के आभूषण, सोना, चांदी और कीमती धातुओं रत्न और आभूषण की नकद खरीद पर केवाईसी की आवश्यकता देश में पिछले कुछ सालों से जारी है. यह अभी भी जारी है.
कोरोना काल में बढ़ रहीं फेक खबरें
कोरोना काल में देशभर में जिस तरह का हालात बने हुए हैं ऐसे में कई फेक खबरें तेजी से वायरल हो रही हैं. भारत सरकार की प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने वायरल खबर का खंडन करते हुए कहा है कि सरकार ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है. सरकार ने भी कोरोना काल में इस तरह की फर्जी ख़बरों को फैलने से रोकने के लिए कई प्रयास किए हैं.
आपको भी मिले कोई मैसेज तो करवा सकते हैं फैक्ट चेक
अगर आपको भी कोई ऐसा मैसेज मिलता है तो फिर उसको पीआईबी के पास फैक्ट चेक के लिए https://factcheck.pib.gov.in/ अथवा वॉट्सऐप नंबर +918799711259 या ईमेलः pibfactcheck@gmail.com पर भेज सकते हैं. यह जानकारी पीआईबी की वेबसाइट https://pib.gov.in पर भी उपलब्ध है.