चेन्नई पुलिस ने शिकायत के बाद दो चीनी समेत दो भारतीय लोगों को गिरफ्तार किया है. इन पर इंस्टेंट लोन ऐप के माध्यम से लोन देकर ज्यादा ब्याज पर वसूली करने का आरोप है.
अगर आप इंस्टेंट लेन ऐप के माध्यम से लोन लेने की सोच रहे हैं तो सतर्क हो जाइए. देश में कई ऐसे लोग हैं जो आम नागरिकों को इंस्टेंट लोन के नाम पर पहले लोन की रकम दिलाकर फिर तय दर से काफी ज्यादा ब्याज दर से इसकी वसूली कर रहे हैं. हाल ही में बेंगलुरु से कॉल सेंटर का संचालन कर रहे दो भारतीय नागरिक समेत दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है.
चीन में है मास्टरमाइंड
चेन्नई पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि एक शिकायत के आधार पर दो चीनी और कई भारतीय नागरिकों को इंस्टेंट लोन ऐप संचालित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. वहीं जांच में मुख्य आरोपी के चीन से सक्रिय होने का खुलासा हुआ है.
इंस्टेंट लोन के नाम पर मनमानी उगाही
बताया जा रहा है कि भारत में इंस्टेंट लोन के नाम पर धोखाधड़ी करने के लिए दो चीनी नागरिकों ने मिलकर दो भारतीय नागरिकों की मदद से एक कॉल सेंटर चला रहे थे. जिसमें ऑनलाइन लोन देने के लिए 100 से अधिक लोगों को नियुक्त किया था. वहीं इन लोगों को हफ्ते में कम से कम 10 लोगों को इंस्टेंट लोन देने के लिए कहा गया था. ऐसा नहीं करने पर नौकरी से निकाले जाने की धमकी भी दी गई थी.
अधिक ब्याज दर पर हो रही वसूली
वहीं इस काल सेंटर के माध्यम से लोन लेने वाले गणेशन की शिकायत के बाद यह गिरफ्तारी की गई है. जिसमें गणेशन ने शिकायत कर कहा था कि ऑनलाइन लोन ऐप फर्मों के ओर से अधिक ब्याज दर के उनसे रकम वसूली जा रही है. वहीं ऐसा नहीं करने पर उनके साथ दुर्व्यवहार, धमकी और उत्पीड़न किया जा रहा है. मामले में चेन्नई के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी महेश कुमार अग्रवाल के अनुसार सभी को 31 दिसंबर, 2020 और 1 जनवरी, 2021 को बेंगलुरु में गिरफ्तार किया गया था.