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IND VS AUS: मेलबर्न टेस्ट को चौथे ही दिन कैसे जीत सकती है टीम इंडिया, मोहम्मद सिराज ने बताया प्लान

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मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) ने अपने डेब्यू टेस्ट में सभी को प्रभावित किया है. पहली पारी में दो विकेट लेने वाले सिराज ने दूसरी पारी में ट्रेविस हेड का विकेट चटकाया

मेलबर्न टेस्ट के तीसरे दिन टीम इंडिया फ्रंटफुट पर खड़ी है और मेजबान ऑस्ट्रेलिया के हाथ से दूसरा टेस्ट निकलता हुआ दिखाई दे रहा है. तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद ऑस्ट्रेलिया को भारत पर 2 रन की बढ़त मिली है लेकिन उसके 6 विकेट गिर चुके हैं. भारतीय टीम को अब चौथे दिन ऑस्ट्रेलिया के बचे हुए 4 विकेट चटकाने हैं ताकि उसे चौथी पारी में कम से कम लक्ष्य मिले. टीम इंडिया को चौथे दिन जीत कैसे मिलेगी? इस सवाल का जवाब मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) ने इशारों ही इशारों में दिया. टेस्ट में डेब्यू करने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने सोमवार को कहा कि एमसीजी (मेलबर्न क्रिकेट मैदान) की पिच धीमी हो गयी है और ऑस्ट्रेलियाई टीम के पुछल्ले बल्लेबाजों को आउट करने के लिए गेंद को लगातार

एक जगह टप्पा खिलाना होगा.

मेलबर्न की पिच धीमी, विकेट लेने के लिए करनी होगी मेहनत-सिराज
सिराज (Mohammed Siraj) ने मैच के बाद ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘पहले दिन पिच से गेंदबाजों को काफी मदद मिली लेकिन आज वह काफी धीमी हो गयी है. अब ज्यादा मदद नहीं मिल रही और स्विंग भी नहीं हो रही है. सफलता के जरूरी है कि धैर्य बनाये रखें और लगातार एक जगह गेंद फेंके.’ सिराज के सीनियर तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने उन्हें समझाया कि सपाट पिच पर विकेट हासिल करने का एकमात्र तरीका बहुत सारे डॉट गेंदों के साथ दबाव बनाना है.

हैदराबाद के 26 साल के इस गेंदबाज ने कहा, ‘जस्सी भाई (बुमराह) ने मुझसे कहा कि कुछ अलग करने की कोशिश मत करो. एक दिशा में गेंद फेंकों और डॉट गेंदों के साथ दबाव बनाते रहो, हर गेंद पर ध्यान बनाये रखना चाहिए.’ सिराज ने घरेलू क्रिकेट और भारतीय ए टीम के लिए शानदार प्रदर्शन कर टेस्ट टीम में जगह बनायी. उन्होंने कहा, ‘लॉकडाउन के दौरान, मैंने अपनी फिटनेस पर बहुत मेहनत की थी और उसका फल मिल रहा है. मैंने लाल गेंद के प्रारूप में भारत ए के लिए अच्छा प्रदर्शन किया और इस वर्ष के आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) में सफेद गेंद से मेरे अच्छे प्रदर्शन के बाद मुझे विश्वास हो गया कि मैं सीनियर टीम के लिए भी अच्छा प्रदर्शन कर सकता हूं और उम्मीद है कि मैं भविष्य में भी इसे जारी रखूंगा.’ (भाषा के इनपुट के साथ)