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Kisaan Andolan: कांग्रेस, आप से लेकर वाम तक, किसानों के भारत बंद को सफल बनाने में जुटे विपक्ष दल

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किसानों के इस भारत बंद को राष्‍ट्रीय जनता दल (आरजेडी), तृणमूल कांग्रेस, वाम दलों और देश भर की 10 ट्रेड यूनियनों का समर्थन मिल चुका है. किसानों की ओर से 8 दिसंबर को दिल्‍ली की ओर आने वाली सभी सड़कों को बंद किया जाएगा. टोल प्‍लाजा पर भी पहुंचकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन होगा.

केंद्र सरकार और किसानों के बीच 3 कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर जारी गतिरोध का समाधान निकलता नहीं दिख रही है. रविवार को 11वें दिन भी किसान आंदोलन (Farmer Protest) में डटे हैं. इस बीच उन्‍होंने 8 दिसंबर को भारत बंद (Bharat Bandh) का भी ऐलान किया है. उनके इस भारत बंद को कांग्रेस (Congress) और वाम दलों के अलावा ट्रेड यूनियनों का भी समर्थन मिला है. कांग्रेस ने रविवार को साफ किया कि पार्टी किसानों के भारत बंद को सफल बनाने के लिए उनको समर्थन दे रही है.

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इस संबंध में कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों के समर्थन में है. हम 8 दिसंबर को भारत बंद कोसफल करेंगे. प्रदेश और राज्यस्तर पर कांग्रेस का प्रदर्शन होगा. खेड़ा का कहना है कि सरकार किसानों की मांग को सुने. वहीं कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो द्वारा किसान आंदोलन को लेकर दिए गए बयान पर उन्‍होंने कहा कि यह परंपरागत सोच है कि भारत के आंतरिक मामले में दूसरे देश को बोलने का हक नहीं है. हालांकि इसके साथ ही वह कहते हैं कि इस पर आपत्ति दर्ज कराने का नैतिक अधिकार खो चुके हैं क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने खुद अमेरिका जाकर चुनाव प्रचार में हिस्सा लेते हैं तो ये भी आंतरिक राजनीति में हस्तक्षेप है.

वहीं दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने भी किसानों के बुलाए इस बंद को समर्थन का ऐलान किया है. दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के पदाधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं से इस बंद को समर्थन देने की अपील की है. उन्होंने कहा, ‘हमारा देश किसानों का देश है, मैं लोगों से भी बंद का समर्थन करने की अपील करता हूं.’

सफल करेंगे. प्रदेश और राज्यस्तर पर कांग्रेस का प्रदर्शन होगा. खेड़ा का कहना है कि सरकार किसानों की मांग को सुने. वहीं कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो द्वारा किसान आंदोलन को लेकर दिए गए बयान पर उन्‍होंने कहा कि यह परंपरागत सोच है कि भारत के आंतरिक मामले में दूसरे देश को बोलने का हक नहीं है. हालांकि इसके साथ ही वह कहते हैं कि इस पर आपत्ति दर्ज कराने का नैतिक अधिकार खो चुके हैं क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने खुद अमेरिका जाकर चुनाव प्रचार में हिस्सा लेते हैं तो ये भी आंतरिक राजनीति में हस्तक्षेप है.

वहीं दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने भी किसानों के बुलाए इस बंद को समर्थन का ऐलान किया है. दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के पदाधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं से इस बंद को समर्थन देने की अपील की है. उन्होंने कहा, ‘हमारा देश किसानों का देश है, मैं लोगों से भी बंद का समर्थन करने की अपील करता हूं.’

उधर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का कहना है, ‘सरकार एक प्रस्‍ताव तैयार करेगी और हमें देगी. उनका कहना है कि वे राज्‍यों से भी इस बारे में चर्चा करेंगे. एमएसपी पर हमारी बात हुई है. हम कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं. भारत बंद निर्धारित दिशा में ही होगा.’