डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) ने पूरे देश में टैक्स क्रेडिट फ्रॉड (Tax credit fraud) के 1161 मामले पकड़े है. वहीं इन मामलों में 104 लोगों की गिरफ्तारी (Arrest) की जा चुकी है.
देश में पिछले कई महीनों से जीएसटी फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे है. ऐसे में सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए. फ्रॉड करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. आपको बता दें पिछले तीन सप्ताह के दौरान डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस ने पूरे देश में टैक्स क्रेडिट फ्रॉड के 1161 मामले पकड़े है. वहीं इन मामलों में 104 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. इसके अलावा DGGI ने देशभर में जीएसटी रजिस्ट्रेशन वाली 3479 फर्जी कंपनियों का पता किया है.
520 करोड़ का फर्जी इनवॉयस स्कैम- इस कार्रवाई के दौरान DGGI ने महाराष्ट्र के एक विधायक के बेटे सुनील गुट्टे को 520करोड़ रुपये के फर्जी इनवॉयस स्कैम के आरोप में गिरफ्तार किया है. इस एक मामले से आप अंदाजा लगा सकते है कि जीएसटी फ्रॉड के 1161 मामलों में सरकार को कितना नुकसान हुआ होगा. आपको बता दें मजबूत लीगल सपोर्ट के बावजूद सुनील गुट्टे का अभी तक जमानत नहीं मिली है.
बिना कारोबार फर्जी इनवॉयस तैयार- मीडिया रिपोर्ट के अनुसार DGGI ने शुक्रवार को 8 लोगों को जीएसटी फ्रॉड के मामले में गिरफ्तार किया है. ये लोग फर्जी कंपनियों के जरिए सर्कुलर ट्रेडिंग का काम करते थे. इसके अलावा ये आरोपी कई कंपनियों के लिए फर्जी इनवॉयस भी जारी करते थे और कभी-कभी एक ही कंपनियों के लिए कई इनवॉयस जारी करते थे. ये इनवॉयस बिना किसी वस्तुओं या सेवाओं की आपूर्ति के जारी होते थे. यानी पूरा कारोबार सिर्फ कागजों पर ही चलता था.
38 शहरों में चली कार्रवाई- इस पूरी कार्रवाई के दौरान डीजीजीआई ने मेट्रो सिटीज समेत देश भर के 38 शहरों में खोजबीन की. जानकारी के मुताबिक टैक्स चोरी की एग्जैक्ट एमाउंट का पता लगाने के लिए फेक इनवॉयसेज का फायदा उठाने वाले लोगों की धर-पकड़ जारी है और पूरे नेटवर्क का पता लगाया जाएगा. बता दें कि कम जीएसटी कलेक्शन के कारण जीएसटी अथॉरिटी ने सिस्टम में फर्जीवाड़े का पता लगाने का फैसला किया. रेवेन्यू लीकेज का एक सबसे बड़ा कारण इनपुट टैक्स क्रेडिट का आउटफ्लो है.