ऑल इंडिया टैक्सी यूनियन ने प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री से किसानों की मांग जल्द पूरी करने का आग्रह किया. यूनियन ने नए कृषि कानूनों (Agriculture Laws) को वापस लेने की भी अपील की.
ऑल इंडिया टैक्सी यूनियन (All India Taxi Union) ने सोमवार को चेतावनी दी कि अगर नए कृषि कानूनों (Agricultural Laws) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों की मांगे नहीं मानी गई तो वे हड़ताल (Strike) पर जाएंगे. यूनियन के अध्यक्ष ने इसकी जानकारी दी. यूनियन के अध्यक्ष बलवंत सिंह भुल्लर (Balwant Singh Bhullar) ने कहा कि वे किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए उन्हें दो दिन का समय दे रहे हैं.
भुल्लर ने कहा, ‘‘ हम प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री से अपील करते हैं कि वे इन कानूनों को वापस लें. कॉर्पोरेट सेक्टर हमें बर्बाद कर रहा है. अगर दो दिनों के भीतर सरकार इन कानूनों को वापस नहीं लेती है तो हम सड़क से अपने वाहनों को हटा लेंगे.हम देश के सभी चालकों से अपील करते हैं कि वे 3 दिसंबर से वाहन चलाना बंद कर दें.’’
बैरिकेड तोड़कर दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश थी
बता दें कि केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान अब भी दिल्ली बॉर्डरों पर जमे हुए हैं. इस बीच अलीपुर पुलिस स्टेशन में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. जिसमें चर्चा की गई है कि 27 नवंबर को सिंघू बॉर्डर पर किसान आंदोलन के दौरान बवाल किया गया था और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाई गई थी. आपको बता दें कि सिंघू बॉर्डर पर 27 नवंबर को प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बैरिकेड तोड़कर दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश थी.
पुलिस भी पूरी तैयारी के साथ मुस्तैद है
फिलहाल, सिंघू बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पूरी तरह बंद हैं. गाजियाबाद बॉर्डर पर भी भारी संख्या में किसान डेरा-डंडा गाड़े बैठे हैं. सिंघू बॉर्डर पर किसानों की तादाद 2 से 3 हजार है. टिकरी बॉर्डर पर 1500 किसान जमे हुए हैं जबकि दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर इनकी संख्या 1000 के करीब है. किसानों की संख्या घटती-बढ़ती रहती है. बैरिकेडिंग की दूसरी तरफ पुलिस भी पूरी तैयारी के साथ मुस्तैद है.