Home देश दूसरी तिमाही में सुधरी देश की GDP, जानिए इससे जुड़ी 5 बड़ी...

दूसरी तिमाही में सुधरी देश की GDP, जानिए इससे जुड़ी 5 बड़ी बातें

26
0

कोरोना वायरस (Corona Virus) की वजह से देश की अर्थव्यवस्था (Economy) पर बुरा प्रभाव पड़ा है. बीते शुक्रवार जारी किए गए डाटा के मुताबिक, भारत की जीडीपी (GDP) में दूसरी तिमाही में 7.5 फीसदी का संकुचन दर्ज किया गया है.

कोरोना वायरस (Corona Virus) की वजह से देश की अर्थव्यवस्था (Economy) पर बुरा प्रभाव पड़ा है. बीते शुक्रवार जारी किए गए डाटा के मुताबिक, भारत की जीडीपी (GDP) में दूसरी तिमाही में 7.5 फीसदी का संकुचन दर्ज किया गया है. इससे पहले चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था में 24 फीसदी की ऐतिहासिक गिरावट दर्ज हुई थी. यह पहली बार है जब जीडीपी लगातार दो बार निचले स्तर पर रही है. वहीं, दूसरी तिमाही में जीडीपी की गिरावट की रफ्तार 10 फीसदी के नजदीक रहने की संभावना जताई जा रही थी. देखा जाए तो मौजूदा स्थिति को देखते हुए आंकड़े संतुष्ट करने वाले हैं. वित्तिय वर्ष की तीसरी तिमाही में वृद्धि दर के सकारात्मक होने की उम्मीद है.

प्रमुख इकोनॉमिक रिसर्च एजेंसियां एसबीआई और क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक, दूसरी तिमाही में कृषि सेक्टर ही अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाएगा. बता दें कि एसबीआई ने अपनी ताजा रिपोर्ट में दूसरी तिमाही में इकोनॉमी में गिरावट की रफ्तार 10.7 प्रतिशत के करीब रहने की संभावना व्यक्त की थी.

कृषि सेक्टर में 3.4 प्रतिशत का इजाफा
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के मुताबिक, मौजूदा वित्तिय वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल संपत्ति मूल्य (GVA) तकरीबन 7 प्रतिशत रहा है. बताया जा रहा है कि इसके करीब 8.6 प्रतिशत तक रहने की उम्मीद जताई गई थी. वहीं, कृषि सेक्टर में वृद्धि दर 3.4 प्रतिशत की रही लेकिन इसके 3.9 प्रतिशत तक जाने का अनुमान था.

जीडीपी के आंकड़े

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) के आंकड़ों के मुताबिक, दूसरी तिमारी में क्षेत्रानुसार जीडीपी वृद्धि के आंकड़ों में कृषि क्षेत्र में 3.4 फीसदी, मैन्युफैक्चरिंग में 0.6 फीसदी, खनन में 9.1 फीसदी, लोक प्रशासन और रक्षा में 12.2 फीसदी, ट्रेड एंड होटल्स 15.6 फीसदी, निर्माण 8.6 फीसदी, विद्युत में 4.4 फीसदी, वित्त, बीमा और रियल्टी में 8.1 फीसदी वृद्धि हुई है.

8 प्रमुख उद्योगों की वृद्धि में गिरावट

सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत के आठ मुख्य उद्योगों ( स्टील, कोयला, क्रूड ऑयल, नेचुरल गैस, रिफाइनरी उत्पाद, सीमेंट और बिजली) की वृ्द्धि अक्टूबर में 2.5 प्रतिशत पर रही. गौरतलब है कि सितंबर में यह गिरावट 0.8 प्रतिशत थी. वहीं, इस अप्रैल से अक्टूबर तक इन सभी उद्योगों की वृद्धि दर 13 प्रतिशत रही. जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 0.3 पर थी.

राजकोषीय घाटा

आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर तक पिछले सात महीनों में भारत का संघीय राजकोषिय घाटा 9.53 लाख करोड़ रुपये था और पूरे वित्त वर्ष के लिए बजटीय लक्ष्य का 126.7 प्रतिशत रहा. वहीं, शुद्ध कर 5.76 लाख करोड़ रुपये प्राप्त हुआ है जो पिछले साल की तुलना में 15.7 प्रतिशत कम है, जबकि कुल खर्च 16.6 लाख करोड़ रुपये रहा है.

महंगाई में कमी की उम्मीद

मुख्य आर्थिक सलाहकार के वी सुब्रमण्यम ने दूसरी तिमाही ने ताजा आंकड़ों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, दूसरी तिमाही में इकोनॉमी की हालत कोरोना के प्रभाव को साफ दर्शा रही है. उन्होंने आगे कहा कि इससे तीसरी तिमारी में महंगाई में कमी की उम्मीद है.