मनीष सिसोदिया ने कहा कि हम लगातार इस मामले में पैरेंट्स से फीडबैक ले रहे हैं उनका मानना है कि स्कूलों को खोलना सुरक्षित नहीं है
कोरोना वायरस मे बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि जब तक कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं बन जाती है तब तक स्कूलों को नहीं खोला जाएगा. मनीष सिसोदिया राज्य के शिक्षा मंत्री भी हैं. 30 अक्टूबर को उन्होंने कहा था कि दिल्ली में ज्यादातर पैरेंट्स नहीं चाहते हैं कि स्कूलों को खोला जाए. इसलिए स्कूलों को बंद रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि हम लगातार इस मामले में पैरेंट्स से फीडबैक ले रहे हैं उनका मानना है कि स्कूलों को खोलना सुरक्षित नहीं है. आगे उन्होंने कहा कि जहां जहां स्कूलों को खोला गया है वहां वहां कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोत्तर देखी गई, इसलिए अभी स्कूलों को बंद ही रखा जाएगा.
अन्य राज्यों में भी खोले गए थे स्कूल
बता दें कि हाल ही में उत्तराखंड और आंध्र प्रदेश में भी स्कूलों को खोलने का फैसला लिया गया था लेकिन कोरोना वायरस के मामलों के बढ़ने के कारण इन्हें फिर से बंद कर दिया गया. पूरे देश में मार्च से ही लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई थी लेकिन अब धीरे धीर इसमें ढील दी जा रही है और राज्य सरकारों को वहां की परिस्थितियों का जायजा लेकर स्कूलों को खोलने का फैसला लेना है. राज्यों को अनलॉक 5.0 गाइडलाइन्स के मुताबिक अब चरणबद्ध तरीके से स्कूलों को खोलना है.
इससे पहले सितंबर में भी 9वीं से 12वीं के बच्चों को स्कूलों आने के लिए छूट दी गई थी लेकिन दिल्ली ने उस वक्त भी स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया था. दिल्ली में सोमवार को कोविड-19 के 4454 मामले सामने आए हैं. इसकी वजह से स्कूलों को खोलने का फैसला दिक्कतों को और ज्यादा बढ़ा सकता है.