सीएम अशोक गहलोत ने सैनिक स्कूलों (Sainik School) के स्टूडेंट्स को बड़ा तोहफा दिया है. सीएम ने इन स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की परिवार की वार्षिक आय और छात्रवत्ति (Scholarship and Income Category) की लिमिट को बढ़ा दिया है.
राज्य सरकार ने प्रदेश के सैनिक स्कूलों (Sainik School) में अध्ययनरत स्टूडेंट्स को दी जाने वाली छात्रवृत्ति और आय श्रेणी (Scholarship and Income Category) में संशोधन करने का बड़ा फैसला किया है. चित्तौड़गढ़ और झुंझुनूं सैनिक स्कूलों में पढ़ रहे राजस्थान के स्टूडेंट्स (Students) को अब राज्य सरकार की ओर से शिक्षण शुल्क के लिए छात्रवृत्ति राशि 10000-25000 रुपये से बढ़ाकर 15000-37500 रुपये की जाएगी.
सीएम ने इस संबंध में वित्त विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. वर्तमान में सैनिक स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की वार्षिक पारिवारिक आय 1.2 लाख रुपये तक होने पर पूर्ण छात्रवृत्ति के रूप में शिक्षण शुल्क के लिए 25,000 रुपए की स्कॉलरशिप दी जाती है. अब पूर्ण छात्रवृत्ति की पात्रता के लिए पारिवारिक आय सीमा को बढ़ाकर 3 लाख रुपये और देय शिक्षण शुल्क की छात्रवृति राशि में वृद्धि कर इसे 37,500 रुपये कर दिया गया है. इसी प्रकार तीन-चौथाई छात्रवृत्ति के लिए पात्र छात्रों की वर्तमान परिवारिक आय सीमा 1.2 लाख- 1.8 लाख रुपये वार्षिक को संशोधित कर 3 लाख से 5 लाख रुपये वार्षिक कर दिया गया है. अब तीन-चौथाई छात्रवृत्ति के रूप में शिक्षण शुल्क के लिए छात्रवृत्ति राशि 20,000 रूपये की बजाय 30,000 रूपये देय होगी.
प्रस्ताव के अनुसार आधी छात्रवृत्ति के पात्र सैनिक स्कूल के छात्रों की वर्तमान पारिवारिक आय सीमा 1.8 लाख-2.4 लाख रुपये को बढ़ाकर 5 लाख – 7.5 लाख रुपये किया गया है. इनके लिए शिक्षण शुल्क के रूप में देय 15,000 रूपये की छात्रवृत्ति राशि को भी बढ़ाकर 20,000 रुपये किया गया है. इसी प्रकार एक-चौथाई छात्रवृत्ति के पात्र छात्रों की वर्तमान पारिवारिक आय सीमा 2.4 लाख 3.0 लाख रूपये में संशोधन कर इसे 7.5 लाख-10 लाख रुपये तक बढ़ाया गया है. इसके लिए देय शिक्षण शुल्क की छात्रवृत्ति राशि में भी वृद्धि कर 10,000 रुपये की बजाय 15,000 रुपये किया गया है. सरकार के इस फैसले से अभिभावकों को काफी राहत मिलेगी. चित्तौड़गढ़ सैनिक स्कूल का देशभर में नाम है.