अलवर पुलिस ने जिले में एक सप्ताह पहले हुई ढाई करोड़ रुपये के सोने की लूट (Gold Loot) का खुलासा कर दिया है. लूट की इस वारदात को पीड़ित युवक ने खुद ही अपने दोस्त के साथ साजिश (Conspiracy) रचकर अंजाम दिलाया था.
करीब एक सप्ताह पहले जिले के नीमराणा इलाके में हुई ढाई करोड़ के गोल्ड लूट (Gold Loot) के मामले में पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुये इसका खुलासा (Revealed) कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार उनसे करीब 2 करोड़ का सोना भी बरामद (Recovered) कर लिया है. पुलिस इस मामले में दोपहर में प्रेसवार्ता कर वारदात की परतें खोलेगी.
पुलिस सूत्रों के अनुसार गत 11 नवंबर को एक युवक प्रमोद सैनी रोडवेज बस से दिल्ली से करीब ढाई करोड़ रुपये की ज्वेलरी लेकर जा रहा था. इस दौरान नीमराणा और शाहजहांपुर के बीच सीआईएसएफ की वर्दी पहने हुई एक युवक ने बस को रुकवाया. उस युवक की वर्दी पर पवन नाम लिखा हुआ था. पवन ने प्रमोद को बस से नीचे उतार लिया. प्रमोद के पास यह ज्वेलरी 34 पैकेट में भरी हुई थी. इसकी डिलीवरी जयपुर में की जानी थी. पवन ने वर्दी की धौंस जमाते हुये प्रमोद को तस्कर बताकर अपनी गाड़ी में बिठा लिया. उसके बाद रास्ते में पवन और उसके साथियों ने प्रमोद से मारपीट कर ज्वेलरी लूट ली और उसे जयपुर के पास पटक कर फरार हो गए थे.
प्रारंभिक जांच में ही पुलिस को लूट का मामला संदिग्ध लगा
वारदात की सूचना पर जयपुर पुलिस हरकत में आई और उसने नीमराणा पुलिस को मामले से अवगत कराया. उसके बाद भिवाड़ी पुलिस भी जांच में जुट गई. प्रारंभिक जांच में ही पुलिस को लूट का मामला संदिग्ध लगा. बाद में जब उसने छानबीन की और अपनी तफ्तीश को आगे बढ़ाया तो वह पुलिस के अनुमान के मुताबिक ही निकला. दरअसल पीड़ित प्रमोद ने ही साजिश रचकर खुद के साथ लूट की घटना को अंजाम दिलाया था. पुलिस ने मामले की कड़ी से कड़ी जोड़कर आज इसका खुलासा कर मुख्य आरोपी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.