प्रदेश के आयुर्वेद एवं चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा शुक्रवार को प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉफ्रेंसिंग में मौजूद रहे। इस दौरान राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर को डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा प्रदान किया। रघु शर्मा ने कहा कि जयपुर स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान को डीम्ड युनिवर्सिटी का दर्जा दिए जाने से न केवल राज्य में आयुर्वेद शिक्षा के नए कोर्सेज उपलब्ध हो सकेंगे बल्कि शोध कार्यों को भी गति मिलेगी।
डॉ. शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश में आयुर्वेद के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया गया है, जिसमें 175 साल पूर्ण कर चुके राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर की अहम भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि संस्थान को मानक दर्जा मिलने के बाद ना केवल आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सकेंगी अपितु छात्रों को भी शिक्षा के नए अवसर प्राप्त होंगे।
जल्द होगी एक हजार आयुष चिकित्सक और कंपाउंडरों की भर्ती
मंत्री ने कहा राजस्थान सरकार आयुर्वेद चिकित्सा के विस्तार के लिए संकल्पित है। जोधपुर में सरकार द्वारा प्रारंभ किए गए आयुर्वेद विश्वविद्यालय में उच्चस्तरीय सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में आयुष चिकित्सकों व कार्मिकों ने कंधे से कंधा मिलाकर कार्य किया। आयुर्वेद को मजबूती प्रदान के लिए सरकार जल्द ही एक हजार आयुष चिकित्सक और कंपाउंडरों की भर्ती करेगी।
उन्होंने कहा कि कहा कि सरकार आयुर्वेद व इससे संबंधित चिकित्सा पद्धति के विस्तार के लिए जोधपुर व अजमेर में होम्योपैथी कॉलेज बनाने जा रही है, जिसके लिए 18 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। यही नहीं प्रदेश में सरकार निकट भविष्य में मेडिकल व आर्गेनिक फॉर्मिंग पर भी विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि अन्य जिंसों की तरह औषधीय पौधो का भी न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया जाएगा, ताकि इनकी खेती को भी बढ़ावा मिल सके।
आयुर्वेद मंत्री ने इस दौरान कोरोना में राज्य सरकार के प्रबंधन को लेकर भी बातचीत की। मंत्री ने कहा कि जब राज्य में पहला कोविड संक्रमित मरीज मिला था, जब प्रदेश में सैंपल भी जांच के लिए पुणे भेजा जाता था। वहीं अब 50 हजार से ज्यादा जांच करने की क्षमता विकसित कर ली गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र में मैनपावर की कमी नहीं रहे इसके लिए 12500 एएनएम, जीएनएम की भर्ती की गई। इसी तरह 765 मेडिकल अफसर को नियुक्ति दी गई है। हाल में 2000 चिकित्सकों की भर्ती प्रक्रियाधीन है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में किसी भी पीएचसी या सीएचसी पर कार्मिकों की कमी नहीं रहेगी।