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कुछ लोगों के सिर के बाल वक्त से पहले क्यों हो जाते हैं सफेद? जानिए बचाव के उपाय

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वक्त से पहले बालों में सफेदी का जाहिर होना किसी को अच्छा नहीं लगता. कई बार तो ये किसी बीमारी की निशानी हो सकती है. विशेषज्ञों के मुताबिक, विटामिन बी12 की कमी जवानी में बालों की सफेदी की सबसे आम वजह है. विटामिन बी12 की कमी से बाल सिर्फ सफेद ही नहीं होते बल्कि घनापन खत्म होने लगता है और तेजी से गिरने लगते हैं.

थायराइड ग्रंथि टी3, टी4 थायरॉक्सिन हार्मोन का निर्माण करती है. मगर जब थायरायड में समस्याएं आती हैं, तब उसका सीधा असर बालों की जड़ों पर होता है. वक्त से पहले बाल सफेद, भुरभुरे या चिकने हो जाएं, तो ये समझिए थायराइड प्रभावित हुआ है.

जंक फूड का ज्यादा इस्तेमाल

अगर हेल्दी फूड की जगह जंक फूड का ज्यादा इस्तेमाल किया जाए, तो जवानी में बालों के सफेद होने पर हैरान नहीं होना चाहिए. कई शोध रिपोर्ट में बताया गया है कि हेल्दी फूड में मौजूद कैल्शियम, विटामिन डी3, कॉपर, जिंक और आयरन बालों को सेहतमंद रखते हैं जबकि उनकी कमी बालों की सफेदी का कारण बनती है.

चिंतित और तनाव का शिकार रहना

हर वक्त तनाव के शिकार रहने से बालों को नई जिंदगी देनेवाले स्टेम कोशिकाएं प्रभावित होते हैं. जिसके चलते वक्त से पहले बाल सफेद हो जाते हैं.

वंशानुगत

माता-पिता, दादा-दादी से भी विरासत में सफेद बाल आप तक परिवर्तित हो सकते हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक, जीन बालों की सफेदी में अहम भूमिका निभाते हैं. बुजुर्गों में किसी को वक्त से पहले बालों की सफेदी का सामना हुआ, तो हो सकता है आपको भी समस्या का सामना करना पड़े.

हानिकारक केमिकल और डाई प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल

शैंपू से लेकर बालों को रंगने के लिए इस्तेमाल होनेवाली डाई और प्रोडक्ट्स सफेदी का कारण बन सकते हैं. खराब प्रोडक्ट्स में हानिकारक केमिकल से मेलेनिन लेवल की सहत घट जाती है. आपको बता दें कि मेलेनिन से बालों को अपना रंग मिलता है. मगर मेलेनिन लेवल में कमी बालों की प्राकृतिक रंगत को दूर कर देती है.

बचने के लिए क्या करें?

सच्चाई है कि बाल जब एक बार सफेद हो जाएं, तो रंग को वापस लाना मुमिकन नहीं. मगर जवानी में बालों के रंग बदलने से बचाव के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं. अपने बालों को सूरज की रोशनी से होनेवाले नुकसान से बचाना होगा. हर संभव प्रयास करें कि बाहर निकलते वक्त सिर को ढांक लें. जरूरत के बिना हेयर कलर कराने से बचें. अक्सर नारियल के तेल से सिर की मालिश करें. खाने में अंडे, गोभी, बादाम, गाजर के जूस का इस्तेमाल करें. इसके अलावा, डॉक्टर के मशविरे से विटामिन बी12 का सप्लीमेंट्स भी इस्तेमाल किया जा सकता है.

अस्वीकरण : इस लेख में दी गयी जानकारी कुछ खास स्वास्थ्य स्थितियों और उनके संभावित उपचार के संबंध में शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए है। यह किसी योग्य और लाइसेंस प्राप्त चिकित्सक द्वारा दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवा, जांच, निदान और इलाज का विकल्प नहीं है। यदि आप, आपका बच्चा या कोई करीबी ऐसी किसी स्वास्थ्य समस्या का सामना कर रहा है, जिसके बारे में यहां बताया गया है तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें। यहां पर दी गयी जानकारी का उपयोग किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या बीमारी के निदान या उपचार के लिए बिना विशेषज्ञ की सलाह के ना करें। यदि आप ऐसा करते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको होने वाले किसी भी तरह से संभावित नुकसान के लिए tarunpath.com जिम्मेदार नही होगा।