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एडीजी रैंक का अफसर निकला ‘आधार’ का दलाल:एसीबी की टीम एक लाख की रिश्वत लेने वाले आरोपी अफसर को दिल्ली से कोटा लेकर आई, कोर्ट में आज पेशी हो सकती

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दिल्ली में एक लाख की रिश्वत लेते पकड़े गए केंद्र सरकार के सहायक महानिदेशक को अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) राजस्थान की टीम कोटा लेकर आई है। यहां बुधवार को कोटा की अदालत में आरोपी को पेश किया जा सकता है।

आरोपी पंकज गोयल (43) अभी यूनीक आइडेंटिफिकेशन ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के दिल्ली स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में कार्यरत हैं। पंकज 4 राज्यों (राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली और उत्तराखंड) में आधार कार्ड का काम देख रहे थे। वे 1998 बैच के इंडियन टेलीकॉम सर्विस ऑफिसर हैं।

आरोपी पंकज ने आधार पहचान पत्र बनवाने की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर रिश्वत की मांग की थी। उसे मंगलवार को एसीबी की कोटा यूनिट ने भारत सरकार की UIDAI (यूनीक आइडेंटिफिकेशन ऑथोरिटी ऑफ इंडिया) के नई दिल्ली स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में रंगे हाथ ट्रेप किया था। बाद में एसीबी ने गोयल के दिल्ली स्थित घर में सर्चिंग की, जिसमें टीम को कई प्लॉट का ब्यौरा मिला है। एसीबी गोयल के बैंक खातों की भी जांच कर रही है।

एसीबी के महानिदेशक भगवान लाल सैनी ने बताया कि आरोपी पंकज के खिलाफ कोटा यूनिट को शिकायत मिली थी। पीड़ित को आधार पहचान पत्र बनाने की फ्रेंचाइजी कई बार अप्लाई करने के बाद भी नहीं दी गई। आरोप था कि पंकज गोयल से संपर्क होने पर उसने फ्रेंचाइजी देने के लिए रिश्वत की मांग की। अफसरों ने बताया कि शिकायतकर्ता के 14 आवेदन फ्रेंचाइजी से संबंधित थे, जिसे आरोपी ने अटका रखा था।

एसीबी आरोपी पंकज से पूछताछ कर रही
सैनी ने बताया कि मामले में कोटा टीम के अधिकारियों ने वैरीफिकेशन करवाया। इसके बाद मंगलवार को ट्रैप की कार्रवाई की गई। आरोपी को 1 लाख रुपए लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। एसीबी फिलहाल पंकज गोयल से पूछताछ कर रही है।

बगैर रिश्वत लिए नहीं मिलती थी अनुमति
एसीबी कोटा यूनिट के एडिशनल एसपी चंद्रशील ठाकुर ने बताया आरोपी को गिरफ्तार कर राजस्थान लाया जाएगा। आरोपी के पास राजस्थान, मध्यप्रदेश, दिल्ली समेत पांच राज्यों में आधार से जुड़ा कियोस्क खोलने की अनुमति देने का अधिकार था। शिकायत मिली थी कि बगैर रुपए लिए नीचे आने वाली अनुमति के फाइल आगे नहीं बढ़ती थी, न परमिशन दी जाती थी।