कंगना रनोट ने इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के नाम ‘बॉलीवुड’ को अपमानजनक बताया है और लोगों से इसे नामंजूर करने करने की अपील की है। उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा है, “वहां कलाकार हैं, वहां भांड हैं। वहां इंडियन फिल्म इंडस्ट्री है, वहां बॉलीवुड है। #IndiaRejectBollywood. सबसे हास्यास्पद शब्द बॉलीवुड है, जो हॉलीवुड से नकल किया और चुराया गया है। कृपया इस अपमानजनक शब्द को नामंजूर करें।”
खुद को बॉलीवुड की एक्शन हीरोइन बताया
कंगना ने अपने एक अन्य ट्वीट में खुद को बॉलीवुड की पहली लगातार एक्शन करने वाली हीरोइन बताया है। उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, “मैंने अपनी अपकमिंग एक्शन फिल्मों ‘तेजस’ और ‘धाकड़’ के लिए एक्शन ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी है। इन फिल्मों में मैं क्रमशः फौजी और जासूस का किरदार निभा रही हूं। बॉलीवुड की थाली ने मुझे बहुत कुछ दिया होगा, लेकिन ‘मणिकर्णिका’ की सफलता के बाद मैंने भी बॉलीवुड को इसकी पहली लगातार एक्शन करने वाली हीरोइन दी है।
बॉलीवुड पर लगातार हमलावर हैं कंगना
बॉलीवुड को बुलीवुड कहने वाली कंगना लगातार इंडस्ट्री पर हमलावर हैं। बुधवार को उन्होंने न्यूज चैनल्स और पत्रकारों के खिलाफ याचिका हाई कोर्ट में लगाने वाले 34 प्रोड्यूसर्स को लकड़बग्घा बताया था। उन्होंने लिखा था, “बुलीवुड के सभी लकड़बग्घे उनका नाम लेने की वजह से मीडिया पर हमला करने के लिए एकजुट हो गए हैं। मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि वे मजदूरों, महिलाओं, स्टंटमैन के खिलाफ होने वाले अन्याय के खिलाफ एकजुट क्यों नहीं होते? वे सिर्फ खुद के मानवाधिकारों की मांग करते हैं, लेकिन दूसरों के मानवाधिकारों के लिए निरपेक्ष दिखावा करते हैं।”
बॉलीवुड को गटर बता चुकीं कंगना
सोमवार को अपने एक ट्वीट में कंगना ने बॉलीवुड को गटर करार दिया था। न्यूज चैनल्स और पत्रकारों की रिपोर्टिंग को गैर-जिम्मेदाराना और आपत्तिजनक बताने वाले प्रोड्यूसर्स को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने लिखा था, “बुलीवुड ड्रग्स, एक्सप्लॉइटेशन, नेपोटिज्म और जिहाद का गटर है। इस गटर को साफ करने की बजाए इसे बंद किया हुआ है। #BollywoodStrikesBack को मुझ पर भी केस करना चाहिए। जब तक मैं जिंदा हूं, तब तक आप सबको एक्सपोज करती रहूंगी।
इतना ही नहीं कंगना ने एक ट्वीट में बॉलीवुड के बड़े हीरोज पर लड़कियों का शोषण करने का आरोप लगाया था। उन्होंने लिखा था, “बड़े हीरोज न केवल महिलाओं को एक वस्तु की तरह देखते हैं, बल्कि ये युवा लड़कियों का शोषण भी करते हैं। सुशांत सिंह राजपूत जैसे युवा को आगे नहीं आने देते, बल्कि 50 साल की उम्र में खुद स्कूली बच्चों का रोल करना चाहते हैं। वे कभी किसी के लिए खड़े नहीं होते। फिर भले ही उनकी आंखों के सामने लोगों के साथ नाइंसाफी हो रही हो।”