पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज़) (Pakistan Muslim League-Nawz) की उपाध्यक्ष मरियम नवाज (Mariam Nawaz) ने कहा कि जनवरी से पहले प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan PM Imran Khan) की सरकार सत्ता से बाहर हो जाएगी.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज़) (Pakistan Muslim League-Nawz) की उपाध्यक्ष मरियम नवाज (Mariyam Nawaz) ने कहा कि जनवरी से पहले प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan PM Imran Khan) की सरकार सत्ता से बाहर हो जाएगी. मरियम नवाज़ ने कहा कि इससे पहले कि विपक्ष इमरान खान की नाकारा सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए किसी तरह का शक्ति प्रदर्शन करे, यह निकम्मी सरकार अपने घर को लौट जाएगी. पार्टी उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब जनरल मुशर्रफ सत्ता में थे, तब भी पीएलएम-एन पर इस तरह के अत्याचार नहीं किए जाते थे. जियो न्यूज के हवाले से मरियम नवाज ने कहा कि मैं इस सरकार को सरकार नहीं मानती और यह यह सरकार सरकार कहलाने के लायक ही नहीं है.
इमरान खान को नहीं है लोगों की परवाह’
पार्टी उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने कहा कि यह सरकार न तो अपनी मूल भावना में संवैधानिक है और न ही इसका कोई कानूनी आधार है. उन्होंने खान को चुना हुआ एक ऐसा व्यक्ति कहा जिसे लोगों की परवाह नहीं है और जिसे सिर्फ खुद की चिंता है. वह व्यक्ति जो अपने विरोधियों को चुप कराना चाहता है और जो कभी भी आम जनता के साथ किसी तरह का जुड़ाव नहीं महसूस करता.मरियम नवाज ने इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) को उस वाट की जरूरत बताते हुए कहा कि इस पार्टी की स्थापना उस समय सत्ता में मौजूद लोगों की करतूतों के खिलाफ जनता के दबाव के कारण की गई थी.
वे शाहबाज शरीफ को अपने पिता से अलग नहीं देखती: मरियम
मरियम नवाज ने अपनी पार्टी पीएमएल (एन) पार्टी के भीतर किसी तरह के विभाजन या अलगाव की बात को नकारते हुए कहा कि पार्टी अध्यक्ष शाहबाज शरीफ का अपना एक अलग नजरिया है और वह भी पुरानी बात हो गई है. उन्होंने शाहबाज शरीफ को अपने पिता के समान मानते हुए कहा कि वे उन्हें अपने पिता से अलग नहीं देखती और पीएमएल-एन के भीतर कोई दरार नहीं है, पूरी पार्टी नवाज शरीफ के पीछे है. उन्होंने विरोधियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिन लोगों ने शरीफ भाइयों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश की है उन्होंने हमेशा मुंह की खाई है.
पार्टी उपाध्यक्ष ने अपने पिता नवाज नवाज शरीफ पर लगे आरोपों को सिरे से ख़ारिज करते हुए उनकी तुलना कायदे आजम मुहम्मद अली जिन्ना से कर दी और दोनों की कहानी को एक समान बताया.