Home मनोरंजन आज CBI मुख्‍यालय जाएंगे सुशांत सिंह राजपूत के जीजा, AIIMS रिपोर्ट पर...

आज CBI मुख्‍यालय जाएंगे सुशांत सिंह राजपूत के जीजा, AIIMS रिपोर्ट पर करेंगे बात

30
0

सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के जीजा ओपी सिंह गुरुवार को सीबीआई (CBI) अफसरों से मुलाकात करने के लिए जांच एजेंसी के मुख्‍यालय जाएंगे. सुशांत के जीजा आईपीएस अफसर हैं.

सुशांत सिंह राजपूत (Sushant singh Rajput) की मौत केस में दिल्‍ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्‍थान (AIIMS) की ओर से सौंपी गई रिपोर्ट के संबंध में बुधवार को उनके परिवार के वकील विकास सिंह ने सीबीआई (CBI) को पत्र लिखा था. इस पत्र में उन्‍होंने कुछ रिपोर्ट लगायी थीं. अब इस मामले में सुशांत सिंह राजपूत के जीजा ओपी सिंह गुरुवार को सीबीआई अफसरों से मुलाकात करने के लिए जांच एजेंसी के मुख्‍यालय जाएंगे. सुशांत के जीजा आईपीएस अफसर हैं. माना जा रहा है कि वह सीबीआई अफसरों से सुशांत मामले में वकील के पत्र को लेकर बातचीत करेंगे.

बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत के परिवार ने बुधवार को

सीबीआई को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि दिवंगत अभिनेता की फोरेंसिक जांच रिपोर्ट लीक होने से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक सुधीर गुप्ता के गैर पेशेवर रवैये का पता चलता है. इसके अलावा राजपूत के परिवार ने उसकी मौत के कारणों की सही तरीके से जांच कराने के लिए एक नए पैनल का गठन करने की मांग की.

वकील विकास सिंह के हवाले से भेजे गए पत्र में दावा किया गया है कि अगर लीक हुई रिपोर्ट सही है तो वह अपर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर निकाला गया पक्षपातपूर्ण निष्कर्ष है. विकास ने कहा, ‘एम्स द्वारा सीबीआई को भेजी गई रिपोर्ट के बारे में मुझे मीडिया से पता चला. यह रिपोर्ट 14 जून 2020 को हुई सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मामले में सीबीआई के मत के संबंध में है. एम्स के जांच दल में शामिल कुछ डॉक्टरों को भी मैंने टीवी पर आकर उनके द्वारा की गई फोरेंसिक जांच पर बयान देते हुए सुना.”

राजपूत के परिवार के वकील वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने कहा कि उस रिपोर्ट की एक प्रति बार-बार मांगी गई लेकिन गुप्ता की ओर से कोई जवाब नहीं आया. परिवार ने एम्स की रिपोर्ट पर यह कहते हुए आपत्ति जताई है कि गुप्ता के नेतृत्व वाले फोरेंसिक दल ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं सौंपी बल्कि वह केवल मुंबई के कूपर अस्पताल की रिपोर्ट पर अपनी राय दे रहे थे.पत्र में कहा गया कि कूपर अस्पताल में किए गए पोस्ट मार्टम में कई विसंगतियां थीं.

पत्र के अनुसार मजिस्ट्रेट के आदेश के बिना पोस्ट मार्टम रात में किया गया और नियमों की अनदेखी की गई जिस पर पूरी दुनिया के कई फोरेंसिक विशेषज्ञ एकमत हैं. पत्र में कहा गया है कि पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी नहीं की गई. भविष्य में जांच हो सके इसके लिए पर्याप्त मात्रा में विसरा सहेज कर नहीं रखा गया. पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में मौत का समय दर्ज नहीं किया गया. शरीर के घावों पर ध्यान नहीं दिया गया इसलिए उन घावों के कारणों पर कुछ नहीं कहा गया.’ एम्स के फोरेंसिक विभाग के अध्यक्ष गुप्ता ने शनिवार को कहा था कि मेडिकल बोर्ड ने राजपूत की मौत के मामले में हत्या की संभावना को नकार दिया है और इसे लटक कर की गई आत्महत्या बताया है.