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तो क्या इस दिवाली दशहरे पर ई-कॉमर्स वेबसाइट्स से खरीदारी पर नहीं मिलेंगे ऑफर्स!

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ई-कॉमर्स कंपनियां (e-Commerce Companies) हर साल त्‍योहारों में उपभोक्‍ताओं के लिए कई तरह के फेस्टिवल ऑफर्स (Festival Sale) पेश करती हैं. हर त्‍योहार पर ये कंपनियां सेल चलाती हैं. लोगों को भी इन सेल का बेसब्री से इंतजार रहता है. इस दौरान अमूमन हर प्रोडक्‍ट पर कंज्‍यूमर्स को अच्‍छी डील मिल जाती है. हालांकि, इस साल त्‍योहारी सीजन में ई-कॉमर्स कंपनियों की ओर से कंज्‍यूमर्स को अच्‍छे ऑफर्स मिलने की उम्‍मीद कम ही नजर आ रही है. दरअसल, कारोबारियों की संस्‍था कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने केंद्र सरकार से फेस्टिवल सेल पर अंकुश लगाने की मांग की है.

कैट ने पीयूष गोयल से की है निगरानी कमेटी के गठन की मांग
कैट ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) से ई-कॉमर्स कंपनियों की ओर से चलाई जाने वाली फेस्टिवल सेल को लेकर शिकायत की है. कैट ने गोयल को भेजे पत्र में कहा है कि ई-कामर्स कंपनियों के फेस्टिवल सेल की निगरानी के लिए एक कमेटी (Monitoring Committee) का गठन किया जाए. साथ ही आग्रह किया है कि ई-कॉमर्स कंपनियों की फेस्टिवल सेल के लिए अनिवार्य दिशानिर्देश भी जारी किए जाएं. कैट ने आरोप लगाया है कि पिछले कई साल से ई-कॉमर्स कंपनियों की फेस्टिवल सेल में लागत से भी कम मूल्य पर माल बेचा जाता है.

कंफेडरेशन ने कहा कि इस दौरान जबरदस्‍त डिस्काउंट देने के अलावा कुछ ब्रांड्स के साथ समझौते कर कई उत्पादों को केवल पोर्टल पर बेचा जाता है. कंफेडरेशन ने आरोप लगाया है कि पोर्टल में पैसा लगाने वाले सेलर्स को विशेष जवजो दी जाती है. सरकार की ओर से जारी एफडीआई पालिसी (FDI Policy) के प्रेस नोट नं-2 में इसकी अनुमति नहीं दी गई है. ई-कामर्स कंपनियों की इस हरकत से बाजार में असामान्य प्रतिस्पर्धा होती है, जो पॉलिसी का उल्लंघन है.


‘कोरोना संकट के चलते पहले ही नुकसान में हैं देश के व्‍यापारी’
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया का कहना है कि रक्षाबंधन के साथ त्योहारी मौसम शुरू हो चुका है, जो 25 नवंबर को तुलसी विवाह तक जारी रहेगा. इसके बाद क्रिसमस और नए साल की बिक्री शुरू हो जाएगी. देश में कोरोना संकट के कारण व्यापारी पहले ही नुकसान में हैं. ऐसे में ई-कॉमर्स कंपनियों के कारण असामान्य प्रतिस्पर्धा से व्‍यापारियों को बचाने की जरूरत है. इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से ई-कॉमर्स कंपनियों की फेस्टिवल सेल के लिए अनिवार्य दिशानिर्देश जारी करने और निगरानी की व्‍यवस्‍था करने की जरूरत है.