इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के अध्यक्ष ने COVID-19 से संक्रमित हो रहे और जान गंवा रहे डॉक्टरों के संबंध में PM मोदी (PM Modi) को पत्र लिखकर डॉक्टरों के परिवारों को मुआवजा (Solatium) देने का आग्रह किया है. पत्र में लिखा गया है, “सरकार के आंकड़े कहते हैं कि 87000 स्वास्थ्यकर्मी (Healthcare Workers) संक्रमित हो चुके हैं और 573 की कोविड के चलते मौत हो गई है.” इससे पहले आईएमए की ओर से तब प्रधानमंत्री (Prime Minister) को पत्र लिखा गया था, जब देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते जान गंवाने वालों का आंकड़ा 200 की संख्या को पार कर गया था.
कोविड के चलते करीब 200 डॉक्टरों की मौत हो जाने के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने प्रधानमंत्री (Prime Minister) से इस मुद्दे पर ध्यान देने की गुजारिश की थी और कहा था कि जान गंवाने वाले चिकित्सकों में से अधिकांश सामान्य चिकित्सक (general practitioners) थे. आईएमए ने कोविड-19 संकट (COVID-19 crisis) के खिलाफ लड़ाई में अपनी जान गंवाने वाले डॉक्टरों की सुरक्षा पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा था, “आईएमए (IMA) की ओर से इकट्ठा किए गए नये आंकड़ों के अनुसार जान गंवाने वाले करीब 200 डॉक्टरों में से 170 की उम्र 50 वर्ष से अधिक थी.
बुखार और इससे संबंधित लक्षणों के लिए सामान्य चिकित्सकों से परामर्श लेते हैं लोग
जबकि हर दिन संक्रमित हो रहे और अपनी जान गंवा रहे डॉक्टरों की संख्या बढ़ती जा रही है, हालांकि इनमें पर्याप्त संख्या में सामान्य चिकित्सक शामिल हैं. डॉक्टरों की संस्था ने कहा, चूंकि ज्यादातर जनता बुखार और इससे संबंधित लक्षणों के होने पर सामान्य चिकित्सकों से परामर्श करती है, ऐसे में वे संपर्क और देखभाल का पहला बिंदु होते हैं.
‘डॉक्टरों को मिले सरकारी चिकित्सा और जीवन बीमा सुविधाएं’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में, आईएमए ने उनसे डॉक्टरों और उनके परिवारों के लिए पर्याप्त देखभाल सुनिश्चित करने का अनुरोध किया, जो एक अधिकतम जोखिम समूह हैं और सभी क्षेत्रों में डॉक्टरों को सरकारी चिकित्सा और जीवन बीमा सुविधाएं देने की बात कही गई है.