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कैबिनेट मीटिंग के बाद सीएम योगी ने किया संगम में स्नान

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प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कुंभ मेला प्रयागराज में ऐतिहासिक कैबिनेट बैठक बुलाई थी। बैठक से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कैबिनेट मंत्रियों ने अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर का दर्शन किया। योगी आदित्यनाथ ने हनुमान जी का दुग्धाभिषेक किया। बैठक में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या, डॉ दिनेश शर्मा, सुरेश खन्ना, सूर्य प्रताप शाही, सिद्धार्थ नाथ सिंह, सतीश महाना, डॉ रीता जोशी समेत मंत्रिमंडल के अन्य वरिष्ठ सदस्य मौजूद रहे। कुंभ के इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर में होने वाली इस कैबिनेट बैठक के लिए ज्यादातर मंत्री सोमवार को ही प्रयागराज पहुंच गए थे। पिछली कैबिनेट में 10 फीसदी आरक्षण को लेकर प्रस्ताव पर चर्चा के बाद उसको सैद्धांतिक मंजूरी दी गई थी। बैठक खत्म होने के बाद सीएम योगी में गंगा एक्सप्रेस वे का ऐलान किया। यह 600 किमी लंबा दुनिया का सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे मेरठ से प्रयागराज के बीच बनेगा। साथ ही यूपी में फिल्म उरी को भी ट्रेक्स फ्री करने का भी ऐलान किया गया।

लक्ष्य पकड़ में आएगा तो उसी से हमें नए लक्ष्य की प्रेरणा मिलेगी : मोदी

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि एक-आध परीक्षा में कुछ इधर-उधर हो जाए तो जिंदगी ठहर नहीं जाती, जिंदगी में हर पल कसौटी जरूरी है, ऐसे में कसौटी के तराजू पर नहीं झोंकने पर जिंदगी में ठहराव आ जायेगा। प्रधानमंत्री ने छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों से परीक्षा पे चर्चा में अपने संवाद में यह बात कही। दिल्ली में यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी कर रहे एक छात्र ने मोदी से पूछा था कि बच्चों से माता-पिता की अपेक्षाएं काफी होती है, वैसी ही स्थिति उनके (प्रधानमंत्री) समक्ष है जहां देशवासियों को उनसे कुछ ज्यादा ही अपेक्षाएं हैं, इस बारे में वह क्या कहेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक कविता में लिखा है कि, कुछ खिलौनों के टूटने से बचपन नहीं मरा करता है। इसमें सबके लिए बहुत बड़ा संदेश छुपा है। पीएम मोदी ने कहा, एक-आध परीक्षा में कुछ इधर-उधर हो जाए, तो जिंदगी ठहर नहीं जाती है । लेकिन जीवन में हर पल कसौटी जरूरी है। अगर हम अपने आप को कसौटी पर नहीं कसेंगे तो आगे नहीं बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि अगर हम अपने आपको कसौटी के तराजू पर झोंकेंगे नहीं तो जिंदगी में ठहराव आ जायेगा। जिÞन्दगी का मतलब ही होता है गति, जिÞन्दगी का मतलब ही होता है सपने। ठहराव जिंदगी नहीं है। दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों के साथ संवाद में प्रधानमंत्री ने कहा कि कसौटी बुरी नहीं होती, हम उसके साथ किस प्रकार से निपटते हैं उस पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा, मेरा तो सिद्धांत है कि कसौटी कसती है, कसौटी कोसने के लिए नहीं होती है । लक्ष्य हमारे सामर्थ्य के साथ जुड़ा होना चाहिए और अपने सपनों की ओर ले जाने वाला होना चाहिए। पीएम ने कहा कि लक्ष्य ऐसा होना चाहिए जो पहुंच में तो हो, पर पकड़ में न हो। जब हमारा लक्ष्य पकड़ में आएगा तो उसी से हमें नए लक्ष्य की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि हम कई बार कुछ न करने के लिये बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी को ओलंपिक में जाना हो, लेकिन उसने गांव, तहसील, इंटर स्टेट, नेशनल नहीं खेला हो और फिर भी ओलंपिक जाने के सपने देखेगा तो कैसे चलेगा। लक्ष्य के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि निशान चूक जाएं तो माफ हो सकता है लेकिन निसान नीचा हो तो कोई माफी नहीं, लक्ष्य ऐसा होना चाहिये जो पहुंच में हो लेकिन पकड़ में न हो। लक्ष्य हमारे सामर्थ्य के साथ जुड़ा होना चाहिए और अपने सपनों की ओर ले जाने वाला होना चाहिए।

दिनभर थकान लगे, तो समझें बढ़ गई है शुगर

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नई दिल्ली। अगर दिन खत्म होते-होते आपको कुछ न कुछ मीठा खाने की इच्छा जरूर होती है या फिर अगर आप बिना मीठा खाए रह नहीं पाते तो यह चीनी के नशे का सामान्य लक्षण है। इसके अलावा अगर आपको दिन भर थकान महसूस होती है, ज्यादा प्यास लगती है, बार-बार पेशाब लगती है, भूख ज्यादा लगती है, चिड़चिड़ापन महसूस होता है या फिर धुंधला दिखने लगता है तो यह सब इस बात का संकेत है कि आपके शरीर में शुगर की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ गई है। हम आपको शुगर से होने वाली समस्याओं के साथ-साथ उस डायट के बारे में भी बता रहे हैं जिसे फॉलो कर बिना दवा के डायबिटीज कंट्रोल में रहेगा।
शुगर बढ़ने से होती हैं ये समस्याएं

  • ज्यादा चीनी खाने से टेस्ट बड्स मर जाते हैं। समय के साथ चीनी टेस्ट बड्स को सुन्न कर देती है, इसलिए मीठे स्वाद के लिए उन्हें ज्यादा चीनी खाने की इच्छा होती है।
  • चीनी में फाइबर और प्रोटीन नहीं होता, केवल कैलरीज होती है। इसके कारण यह शरीर में ज्यादा इंसुलिन स्रावित करता है जो वजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होता है।
  • जब आप चीनी खाते हैं, तो ब्लड शुगर जल्दी बढ़ता है। बुरे ब्लड शुगर से कॉग्निशन का खतरा होता है। इससे दिमाग खाना खाने के बाद भी शांत नहीं हो पाता है।
  • ज्यादा बार बीमार पड़ना इस बात का संकेत है कि आपको चीनी के सेवन की मात्रा घटानी चाहिए। दरअसल यह आपकी इम्यूनिटी को कमजोर कर बीमारियों से लड़ने की क्षमता को घटाती है।
    शुगर का स्तर बढ़ने की वजहें
  • -लगातार काम करना
  • -दवाई या इंसुलिन का डोज पर्याप्त न होना
  • -डाइट कंट्रोल में नहीं होना
  • -एक्सर्साइज नहीं करना
  • -बॉडी में इन्फेक्शन होना
  • -ज्यादा तनाव लेना
    शरीर पर क्या होता है असर
  • -रेटिना पर असर होता है।
  • -किडनी पर असर होता है।
  • -यूरिन में प्रोटीन आने लगता है।
  • -नसों पर भी इसका असर होता है।
  • -हार्ट पर बुरा असर होता है।
    हर 3-4 घंटे में थोड़ा-थोड़ा खाएं
    डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए एक्सर्साइज और दवाओं के साथ डायट और खाने का तरीका भी बेहद अहम है। डायबीटीज के मरीजों को हर 3-4 घंटे में थोड़ा थोड़ा खाना चाहिए। साथ ही स्ट्रिक्ट डायट प्लान फॉलो करना चाहिए। ऐसा करने से दवा से पहले डायबीटीज को डायट के जरिये ही कंट्रोल किया जा सकता है।

टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड में दूसरी बार जीती वनडे सीरीज

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माउंट माउनगुई। टीम इंडिया ने सोमवार को बे-ओवल मैदान पर जारी तीसरे वनडे मैच में न्यूजीलैंड को सात विकेट से हराकर पांच वनडे मैचों की सीरीज अपने नाम कर ली. न्यूजीलैंड टीम के दिए 244 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए. टीम इंडिया ने 43 ओवरों में ही लक्ष्य हासिल कर लिया. टीम इंडिया के रोहित शर्मा ने सबसे ज्यादा 62 रन बनाए. उनके अलावा विराट कोहली (60) अंबाती रायडू (40 नाबाद) और दिनेश कार्तिक (38 नाबाद) का भी खास योगदान रहा. न्यूजीलैंड के लिए ट्रेंट बोल्ट सबसे सफल गेंदबाज रहे उन्होंने 10 ओवर में 40 रन देकर दो विकेट लिए. 244 रनों का पीछा करते हुए टीम इंडिया को रोहित और शिखर धवन ने मजबूत शुरूआत दी और पहले पांच ओवरों में 31 रन जोड़े. 9वें ओवर में शिखर धवन स्लिप पर कैच हो गए, लेकिन इसके बाद रोहित शर्मा के साथ विराट कोहली ने 113 रनों की साझेदारी कर टीम इंडिया को मजबूती दे दी. पहले रोहित 29वें ओवर में 62 रन बनाकर आउट हुए उसके बाद विराट कोहली 32वें ओवर में 60 रनों की पारी खेलकर आउट हुए. विराट आउट होने से पहले टीम को मजबूत स्थिति (32वें ओवर में 168 रन) में पहुंचा चुके थे. रॉस टेलर (93) और टॉम लाथम (51) की अर्धशतकीय पारियों से न्यूजीलैंड ने भारत को 244 रनों का लक्ष्य दिया. न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लेते हुए सभी विकेट गंवाकर 243 रनों का स्कोर बनाया. भारतीय टीम के गेंदबाजों के आगे कमजोर नजर आई न्यूजीलैंड के लिए पारी की शुरूआत ही अच्छी नहीं रही. भारत के लिए इस पारी में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कोलिन मुनरो (7) को रोहित शर्मा के हाथों कैच आउट कर मेजबान टीम का पहला विकेट गिरा दिया. न्यूजीलैंड ने इसके बाद 59 के स्कोर तक मार्टिन गप्टिल (13) और कप्तान केन विलियमसन (28) के रूप में अपने दो और विकेट गंवाए. गप्टिल को भुवनेश्वर ने पवेलियन का रास्ता दिखाया. वह विकेट के पीछे खड़े दिनेश कार्तिक के हाथों लपके गए. इसके बाद, विलियमसन भी युजवेंद्र चहल की गेंद पर प्रतिबंध से वापसी करने वाले खिलाड़ी हार्दिक पांड्या के हाथों लपके गए.
अपने तीन विकेट खो चुकी न्यूजीलैंड को टेलर और लाथम ने संभालने की कोशिश की. दोनों ने 119 रनों की शतकीय साझेदारी से टीम को 178 के स्कोर तक पहुंचाया लेकिन इसी स्कोर पर चहल ने इस साझेदारी को तोड़ दिया. चहल ने लाथम को अंबाती रायडू के हाथों कैच आउट करा पवेलियन की राह दिखाई. इसके बाद एक छोर पर टीम की पारी को संभाले खड़े टेलर का साथ देने आए बल्लेबाजों को भारतीय गेंदबाजों ने मैदान पर टिकने का भी मौका नहीं दिया. पांड्या ने पहले हैनरी निकोल्स (6) को और इसके बाद मिशेल सैंटनर (3) को विकेट के पीछे खड़े कार्तिक के ही हाथों कैच आउट कर मेजबान टीम के दो और विकेट चटका दिए. इसके बाद, शमी ने बड़ी सफलता हासिल की और न्यूजीलैंड की आशा बनकर खड़े टेलर को 222 के स्कोर पर पवेलियन की राह दिखा दी. वे भी कार्तिक के हाथों लपके गए. टेलर ने अपनी पारी में 106 गेंदों का सामना किया और नौ चौके लगाए. उनका विकेट गिरने के बाद न्यूजीलैंड की टीम पूरी तरह से बिखर गई. मेजबान टीम के आखिरी तीन बल्लेबाजों- ईश सोढी (12), डग ब्रैसवेल (15) और ट्रैंट बाउल्ट (2) ने कुल 21 रन जोड़े और टीम 243 के स्कोर पर ढेर हो गई. इस पारी में शमी ने सबसे अधिक तीन विकेट लिए, वहीं भुवनेश्वर कुमार, युजवेंद्र चहल और पांड्या को दो-दो सफलताएं मिलीं. न्यूजीलैंड के खिलाड़ी ब्रैसवेल रन आउट हुए.

बजट से पहले किसानों को मोदी सरकार का बड़ा तोहफा

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नई दिल्ली। मोदी सरकार ने बजट से पहले किसानों के लिए बड़ा ऐलान किया है। केंद्र सरकार ने चार राज्यों में किसानों के लिए 6680 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की मंजूरी दी है। इस राहत पैकेज का लाभ आंध्र प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक के किसानों को मिलेगा। इस रकम में आंध्र प्रदेश के लिए 900 करोड़ रुपये, गुजरात के लिए 130 करोड़ रुपये, महाराष्ट्र के लिए 4700 करोड़ रुपये और कर्नाटक के लिए 950 करोड़ रुपये के पैकेज को मंजूरी दी गई है। इन राज्यों में किसान सूखे से पीड़ित थे और सरकार के इस फैसले से उन्हें बड़ी राहत मिलेगी। छोटे एवं सीमांत किसानों की आय में कमी की समस्या के निवारण लिए सरकार खासतौर से कोशिश कर रही है। कृषि मंत्रालय ने क्षेत्र की समस्याओं को दूर करने के लिए अल्प अवधि एवं दीर्घकालिक दोनों समाधान प्रदान करने के लिए कई विकल्पों की सिफारिश की है। पिछले महीने केंद्र सरकार के कुछ अधिकारियों ने सूखा प्रभावित राज्यों का दौरा किया था, और उसके बाद ही यह माना जा रहा था कि सरकार जल्द ही सूखा प्रभावित राज्यों में किसानों के लिए किसी पैकेज का ऐलान कर सकती है। इसके अलावा उम्मीद की जा रही है कि इस बजट में किसानों को और भी राहत दी जाएगी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस बजट में फसल बीमा योजना के लिए केंद्र सरकार फंड बढ़ा सकती है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को सरकार 15000 करोड़ रुपये दे सकती है। पिछले बजट में सरकार की तरफ से इसके लिए 13 हजार करोड़ रुपये जारी किए गए थे।

‘सिंघम’ और ‘सिंबा’ के बाद चलेगा सलमान खान का पावर

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नई दिल्ली। रोहित शेट्टी एक्शन फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। अजय देवगन से लेकर रणवीर सिंह तक रोहित शेट्टी ने बॉलीवुड को ‘सिंघम’ और ‘सिंबा’ की पावर से मिलवाया। रोहित कैंप में पहली बार ऐसा होने जा रहा है जब इस ग्रुप में दबंग खान की एंट्री होने जा रही है। मीडिया खबरों कि मानें तो रोहित शेट्टी अपनी अगली फिल्म के लिए सलमान खान को साइन करने जा रहे हैं। एक वेबसाइट में छपी खबर के मुताबिक, बिना टाइटल की इस फिल्म का पहला स्लॉट इस साल के एंड में फ्लोर में चला जाएगा। ये फिल्म भी एक पुलिस ड्रामा होगी। रोहित शेट्टी और साजिद नाडियाडवाला इस फिल्म को लेकर एक दो बार मीटिंग भी कर चुके हैं। इतना ही नहीं इस फिल्म को लेकर दोनों की ही पहली पसंद सलमान खान हैं। बता दें कि रोहित शेट्टी की अगली फिल्म ‘सूर्यवंशी’ भी एक पुलिसवाला ड्रामा फिल्म हैं। ‘सिंघम’ और ‘सिंबा’ के बाद रोहित एक बार फिर से ‘सूर्यवंशी’ लेकर फैंस के सामने आने वाले हैं। इस फिल्म के लिए रोहित ने अक्षय कुमार को साइन किया है। अक्षय के बाद रोहित के साथ सलमान खान भी नजर आने वाले हैं। अभी आधिकारिक रूप से इस फिल्म के बारे में कोई घोषणा नहीं की गई है।

केंद्रीय विद्यालय की प्रार्थना पर सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ करेगी विचार

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नई दिल्ली। केंद्रीय विद्यालय में संस्कृत और हिंदी की प्रार्थना पर सवाल उठाने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ विचार करेगी। सोमवार को दो न्यायाधीशों की पीठ ने मामले को महत्वपूर्ण मानते हुए बड़ी पीठ के पास भेज दिया। जनहित याचिका में केंद्रीय विद्यालयों में होने वाली प्रार्थना ‘असतो मा सद्गमय तमसो मा ज्योतिर्गमय’ तथा ‘दया कर दान विद्या का हमें परमात्मा देना’ पर सवाल उठाया गया है। प्रार्थना को एक धर्म को बढ़ावा देने वाला बताते हुए रोक लगाने की मांग की गई है। यह जनहित याचिका मध्य प्रदेश के वकील विनायक शाह ने दाखिल की है। जस्टिस आरएफ नरीमन की अध्यक्षता वाली पीठ ने याचिका में उठाए गए प्रश्न को महत्वपूर्ण मानते हुए कहा कि इसमें संविधान के अनुच्छेद 28 (1) की व्याख्या का मुद्दा शामिल है। इस पर संविधान पीठ को सुनवाई करनी चाहिए। केंद्र की ओर से पेश सालिसिटर जनरल तुषार मेहता ने याचिका का विरोध करते हुए कहा कि केंद्रीय विद्यालयों में संस्कृत में होने वाली प्रार्थना धार्मिक शिक्षा देने वाली नहीं है बल्कि अंधकार से प्रकाश की ओर जाने की बात करती है। यह शाश्वत सत्य है। सिर्फ संस्कृत में होने के कारण उसे धार्मिक नहीं कहा जा सकता। जब जस्टिस नरीमन ने मेहता की दलीलों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि असतो मा सद्गमय उपनिषद से आया है तो मेहता का जवाब था कि सुप्रीम कोर्ट का ध्येय वाक्य ‘यतो धर्मस्य ततो जय:’ है जिसका अर्थ होता है कि जहां धर्म है वहीं विजय है। लेकिन यह धार्मिक या सांप्रदायिक तो नहीं हो जाता। यह शाश्वत सत्य है। जस्टिस नरीमन ने कहा कि यह उनकी दलील हो सकती है लेकिन मामले पर बड़ी पीठ को विचार करना चाहिए। इसके बाद कोर्ट ने उचित पीठ के गठन के लिए मामले को मुख्य न्यायाधीश के समक्ष पेश करने का आदेश दिया। कोर्ट ने पिछले वर्ष याचिका पर सरकार को नोटिस जारी किया था। याचिका में कहा गया है कि केंद्रीय विद्यालय में होने वाली हिंदी की प्रार्थना और संस्कृत श्लोक हिंदू धर्म को बढ़ावा देते हैं। संविधान के अनुच्छेद 28(1) का हवाला देते हुए कहा गया है कि सरकारी खर्च पर चलने वाले शिक्षण संस्थानों में किसी तरह के धार्मिक निर्देश नहीं दिए जा सकते। प्रार्थना से अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों और प्रार्थना व्यवस्था से सहमति नहीं रखने वाले नास्तिक लोगों के संवैधानिक अधिकारों का हनन होता है।

प्रियंका चोपड़ा के ससुराल में दी गई चौथी रिसेप्शन पार्टी

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नई दिल्ली। साल 2018 में बॉलीवुड में देसी गर्ल की शादी खबरों में छाई रही। विदेशी दूल्हे निक जोनस के साथ परी कथा सी शादी करने वाली प्रियंका के घर अभी जश्न खत्म नहीं हुआ है। निक जोनस के पैरेंट्स ने अपनी बहू के स्वागत में नॉर्थ कैरोलिना में फैमिली और दोस्तों के लिए एक पार्टी का आयोजन किया। इस पार्टी को जोड़कर अबतक प्रियंका और निक के चार रिसेप्शन होस्ट किए जा चुके हैं। इस पार्टी की फोटो प्रियंका ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की है। बता दें कि 4 दिसंबर को दिल्ली के ताज होटल में फैमिली और वीआईपी लोगों के लिए रिसेप्शन रखा गया जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी भी नए जोड़े को आशीर्वाद देने पहुंचे थे। जोधपुर में दो रीति-रिवाजों में हुई इस शादी में पहले दिन क्रिश्चियन रस्मों से प्रियंका-निक ने वेडिंग की। राल्फ लॉरेन के व्हाइट डिजाइनर गाउॅन में प्रियंका किसी परी की तरह नजर आ रही थीं। वहीं प्रियंका चोपड़ा ने अपनी इंडियन वेडिंग के लिए डार्क रेड कलर का सब्यसाची लहंगा चुना जिसमें लाल धागे की कढ़ाई की गई थी। सब्यसाची मुखर्जी ने प्रियंका चोपड़ा के इस लहंगे के बारे में कई खास बातें अपने इंस्टाग्राम पर शेयर की हैं।

जॉर्ज फर्नांडिस की 88 साल की उम्र में निधन

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हैदराबाद। पूर्व रक्षा मंत्री एवं प्रख्यात समाजवादी नेता जॉर्ज फर्नांडिस का मंगलवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। उनकी सहयोगी जया जेटली ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फर्नांडिस अल्जाइमर बीमारी से पीड़ित थे, जिस कारण वह पिछले कई वर्षों से सार्वजनिक जीवन से दूर थे। हाल में उन्हें स्वाइन फ्लू भी हो गया था। जया जेटली ने बताया कि उनका निधन उनके आवास पर हुआ। पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस ने एक बार कहा था, अगर पुनर्जन्म जैसी कोई चीज है तो मैं दोबारा वियतनाम में जन्म लेना चाहूंगा। बेंगलुरु में करीब 15 वर्ष पहले कर्नाटक प्लांटर्स एसोसिएशन के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए फर्नांडिस ने वियतनाम के लोगों को अनुशासित, प्रतिबद्ध और दृढ़ संकल्पी बताया था। उन्होंने कहा था कि वियतनाम का दुनिया के कॉफी बाजार में बड़ा हिस्सा है। उन्होंने कहा था, मुझे इससे कोई ईर्ष्या नहीं है। मैं वियतनाम का प्रशंसक हूं और तेज प्रगति के लिये दक्षिण पूर्व एशियाई देश और उसके लोगों की प्रशंसा करता हूं। फर्नांडिस ने कहा था, अगर पुनर्जन्म जैसी कोई चीज है, तो मैं वियतनाम में जन्म लेना चाहूंगा। वे अपनी प्रतिबद्धताओं के लिए जान न्योछावर करने को तत्पर रहते हैं। वियतनाम का दौरा करने वाले फर्नांडिस पहले रक्षा मंत्री थे।
वाजपेयी सरकार में रहे रक्षा मंत्री
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राजग सरकार में फर्नांडिस रक्षा मंत्री थे, जब 1999 में भारत ने करगिल युद्ध लड़ा था। उनके कार्यकाल के दौरान ही भारत ने 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण किया था। इंदिरा गांधी को मात देकर 1977 में सत्ता में आई जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार में वह उद्योग मंत्री भी रहे।

भारतीय मूल की कमला ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए शुरू किया प्रचार

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वॉशिंगटन। भारतीय मूल की सीनेटर कमला हैरिस ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी का उम्मीदवार बनने के लिए अपनी प्रचार मुहिम शुरू करते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नीतियों की रविवार को भरसक आलोचना की और आरोप लगाया कि अमेरिकी लोकतंत्र पर पहले कभी इस तरह हमला नहीं हुआ। न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक 2016 में सीनेट में चुनी गई कमला हैरिस ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी का उम्मीदवार बनने की अपनी दावेदारी की घोषणा पिछले सप्ताह की थी। उन्हें नवंबर 2020 में होने वाले चुनाव में ट्रम्प को हराने के इच्छुक डेमोक्रेटिक नेताओं की सूची में सर्वाधिक मत मिले हैं। हैरिस अमेरिकी सीनेट में चुनी जाने वाली दूसरी अफ्रीकी अमेरिकी हैं। उनके राजनीतिक करियर की शुरूआत से ही बराक ओबामा से उनकी तुलना की जाती है। हैरिस ने कहा, हम हमारे देश के इतिहास में एक नए मोड़ पर हैं। हम यहां इसलिए हैं क्योंकि अमेरिकी सपने और अमेरिकी लोकतंत्र पर इस तरह पहले कभी हमला नहीं हुआ। उन्होंने ट्रम्प का नाम लिए बिना कहा, वह हमारा अमेरिका नहीं है, जहां हमारे नेता स्वतंत्र प्रेस और हमारी लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हमला करते हैं। हैरिस ने कहा कि अमेरिकियों को नस्लवाद, लैंगिक भेदभाव, यहूदी विरोधवाद और एलजीबीटी समुदाय के प्रति पूर्वाग्रह जैसी देश की समस्याओं को लेकर ईमानदार बनने की आवश्यकता है। हैरिस ने अमेरिका के साथ लगती मेक्सिको की सीमा पर दीवार बनाने की योजना को लेकर ट्रम्प को आड़े हाथों लिया। उन्होंने पढ़ाई के लिए तमिलनाडु से अमेरिका आई अपनी मां श्यामला गोपालन के संघर्ष के जज्बे को याद करते हुए कहा कि ट्रम्प के खिलाफ चुनाव लड़ना आसान नहीं होगा।