मुख्यमंत्री भूपेश ने पूज्य बापू को श्रद्धासुमन अर्पित किए
रायपुर. बुधवार को राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि के अवसर पर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजीव भवन पहुंचकर पूज्य बापू को श्रद्धासुमन अर्पित किए.
रायपुर. बुधवार को राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि के अवसर पर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजीव भवन पहुंचकर पूज्य बापू को श्रद्धासुमन अर्पित किए.
प्रयागराज। प्रयागराज में जारी संतों की धर्म संसद में ऐलान किया गया है कि संत समाज के लोग अगले महीने प्रयाग से अयोध्या के लिए कूच करेंगे। परमधर्म संसद की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मंदिर निर्माण के लिए 21 फरवरी की तारीख तय की गई है। कोर्ट के रवैये पर नाराजगी जताते हुए कहा गया है कि खेद का विषय है कि कुत्ते तक को तत्काल न्याय दिलाने वाले राम के देश में रामजन्मभूमि के मुकदमे को न्याय नहीं मिल रहा है। पीएम मोदी के इंटरव्यू का जिक्र करते हुए विज्ञप्ति में कहा गया, पीएम मोदी ने अपने साक्षात्कार में कहा है कि न्याय की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जब उनकी बारी आएगी तो वह अपनी भूमिका निभाएंगे। वह अपने वचन पर स्थिर नहीं रह सके और उन्होंने रामजन्मभूमि विवाद की न्याय प्रक्रिया में हस्तक्षेप करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करवाई है, जिसमें गैर-विवादित जमीन को उसके मालिकों को लौटाने की बात कही गई है। याचिका में कहा गया है कि 48 एकड़ भूमि रामजन्मभूमि न्यास की है जबकि सच्चाई यह है कि एक एकड़ भूमि के अलावा सारी जमीन उत्तर प्रदेश सरकार की है, जो रामायण पार्क के लिए अधिगृहीत की गई थी।
गोली खानी पड़े या जेल जाना पड़े, नहीं रुकेंगे
धर्म संसद की अगुवाई कर रहे शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की ओर से जारी इस बयान में कहा गया है, हम सविनय अवज्ञा आंदोलन के इस पहले चरण में हिंदुओं की मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए 21 फरवरी 2019 की तारीख तय की गई है। बसंत पंचमी के बाद हम प्रयाग से अयोध्या के लिए प्रस्थान करेंगे। उसके लिए हमें अगर गोली भी खानी पड़ी या जेल भी जाना पड़े तो हम प्रस्तुत हैं। यह भी कहा गया है, अगर इस काम में सत्ता के तीन अंगों में से किसी के द्वारा अवरोध डाला गया तो हम संपूर्ण हिंदू जनता को धर्मादेश जारी करते हैं कि जबतक मंदिर निर्माण नहीं हो जाता, तबतक हर हिंदू का यह कर्तव्य होगा कि वह गिरफ्तारी देनी हो तो गिरफ्तारी दें। यह आंदोलन तबतक चलेगा जबतक रामजन्मभूमि हिंदुओं को सौंप नहीं दी जाती और उस पर हम मंदिर का निर्माण नहीं कर लेते।
रायपुर। लोकसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने के लिए केंद्रीय नेतृत्व से आये 14 कार्यक्रमो को कार्यान्वित करने के लिए के भारतीय जनता युवा मोर्चा प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर रायपुर में सम्पन्न हुई। बैठक में पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस जी को श्रध्दांजलि दी गई। बैठक को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि नरेंद्र मोदी जी के 5 वर्षों के विकास उन्मुख कार्यों को लेकर जनता तक जाना है व 2019 में छत्तीसगढ़ में विजय पताका फहराना है। भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि विभिन्न कार्य जैसे युवा संसद, कमल युवा महोत्सव ,पहला वोट मोदी को आदि संपर्क अभियान के जरिए संगठन में युवाओं को जोड़ा जाना चाहिए। भारतीय जनता युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष विजय शर्मा ने प्रदेश के सभी 11 लोकसभा से होकर गुजरने वाली विजय लक्ष्य 2019 यात्रा का प्रारूप प्रस्तुत करते हुए कहा कि युवा मोर्चा अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए संकल्पित है। प्रदेश सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ का राजनीतिक माहौल खराब कर युवाओं को डराने का जो प्रयास किया जा रहा है उससे युवा मोर्चा डटकर मुकाबला करेगी। बैठक में विभिन्न कार्यक्रमों के प्रभारी तय किए गए। बैठक में युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष वेदराम जांगड़े, युवा मोर्चा प्रदेश मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल, सुनीता मानिकपुरी, विश्वविजय तोमर, सुनील चौधरी, जयप्रकाश यादव, मनोज चौधरी, पवन केसरवानी, विजय जयसिंघानी, चेतन हिन्दुजा व युवामोर्चा के पदाधिकारी मौजूद थे। जिन्हें दायित्व सौंपा गया उनमें नेशन विद नमो वॉलेटियर नेटवर्क कमल गर्ग, युवा आईकान नेटवर्क जयंत मिंज, केम्पस अम्बेसडर नेटवर्क दीपक बैस, पहला वोट मोदी को संकल्प अभियान विक्रांत सिंह, आॅनलाईन प्रतियोगिता एवं अभियान जयप्रकाश यादव, नेशन विद नमो लेखक सम्मेलन, संतोष दास, युवा संसद गोपाल सामंतो, कमल कप खेल प्रतियोगिता और कमल संदेश बाईक रैली संजु नारायण सिंह ठाकुर, कमल युवा महोत्सव टेकेश्वर जैन, नुक्कड़ नाटक सुनील चौधरी, विजय लक्ष्य युवा सम्मेलन के प्रभारी प्रबल प्रताप सिंह बनाये गये हैं।
रायपुर। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल ने बुधवार को यहां राजधानी रायपुर में स्थित बूढ़ा तालाब में आयोजित दो दिवसीय 12वीं स्टेट कैनो स्प्रिंट चैम्पियनशीप के समापन समारोह में कैनो स्प्रिंट के विभिन्न इवेंट के विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर खेल मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि प्रदेश के खिलाड़ियों के बेहतर प्रदर्शन हेतु संसाधनों और सुविधाओं की उपलब्धता पर विशेष फोकस किया जा रहा है, जिससे खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिता में पदक प्राप्त करें। जीत-हार खेल का हिस्सा है, परन्तु खेलना स्वस्थ्य शरीर के लिए आवश्यक है। प्रतियोगिता में पदक प्राप्त करने वाले सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं। राज्य स्तरीय कैनो स्प्रिंट प्रतियोगिता में आठ जिलों के खिलाड़ियों ने भागीदारी की थी, जिसमें रायपुर के खिलाड़ियों ने सभी इवेंटों में प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता के विजेताओं को फरवरी माह में नई दिल्ली में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल होने का अवसर मिलेगा। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ कायकिंग एण्ड कैनोइंग एसोसिएशन के सदस्य एवं खिलाड़ी उपस्थित थे।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नयी सरकार की मंशा के अनुरूप खेती के साथ-साथ लघु उद्यम के समावेश को बढ़ावा देने का सार्थक पहल किया जा रहा है। इसके अंतर्गत नैसर्गिक कोसा अभ्यारण्य कुहेरा-राखी अटल नगर नया रायपुर देश का प्रथम अभ्यारण्य होगा, जो कोसा उत्पादन एवं रोजगार की दृृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। देश का प्रथम नैसर्गिक कोसा अभ्यारण्य कुहेरा-राखी अटल नगर रायपुर में स्थापित किया जा रहा है। यह अभ्यारण्य 200 हेक्टेयर क्षेत्र में स्थापित होगा और इस क्षेत्र में अर्जुना पौधों की बहुलता है। अत: ये कोसा कृमि के आहार होंगे। अर्जुना वृक्षों की पत्तियों को ग्रहण कर दो माह के अंदर कोसा कृमि कोसा बना लेगा। इस प्रकार नैसर्गिक कोसा अभ्यारण्य से प्रतिवर्ष 30 लाख नग नैसर्गिक कोसा उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जो बुनकरों के मांग और आपूर्ति के विचलन को दूर करेगा। छत्तीसगढ़ कोसा वस्त्र निर्माण एवं उसके निर्यात में अग्रणी प्रदेश है।
फलों का उत्पादन कार्य भी होता रहेगा
इस अभ्यारण्य में नैसर्गिक रूप से कोसा फलों का उत्पादन कार्य भी होता रहेगा इसके अलावा वन्य जीवों का संरक्षण, वृक्षों एवं पादपों का संरक्षण, रिक्त भूमि में नया अर्जुना पौधरोपण, कोसा के जर्मप्लाज्म को बढ़ाना एवं कोसा संग्रहण का केवल संवहनीय दोहन भी होगा। प्रस्तावित अभ्यारण्य के भूखण्ड का स्वामित्व अटल नगर विकास प्राधिकरण रायपुर का होगा एवं ग्रामोद्योग संचालनालय (रेशम प्रभाग) रायपुर द्वारा कोसा उत्पादन का कार्य किया जायेगा।
रायपुर। पं. जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय, रायपुर से सम्बद्ध डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के कार्डियोथोरेसिक वैस्कुलर सर्जरी तथा कैंसर सर्जरी विभाग द्वारा पेट की मुख्य नस इन्फेरियर वेनाकेवा (शरीर का सबसे बड़ा शिरा) के ट्युमर लियोमायोसाकोर्मा आॅफ इन्फेरियर की दुर्लभतम सर्जरी करके मरीज की जान बचा ली गई। यह ट्युमर बहुत दुर्लभ किस्म का है जो एक लाख लोगों में से एक को होता है। मेडिकल लिटरेचर में प्रकाशित डाटा के अनुसार इस ट्युमर के अभी तक पूरे विश्व में 213 केस ही देखने को मिले है जिसमें से भारत में अभी तक केवल 12 केस की सर्जरी हुई है तथा इस चिकित्सालय में संपन्न हुई सर्जरी देश में 13वें नम्बर की सर्जरी है। राज्य में यह अपनी तरह का पहला सफल तथा रेयर केस है। दोनों विभाग की इस संयुक्त उपलब्धि पर मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. आभा सिंह तथा अस्पताल के अधीक्षक डॉ. विवेक चौधरी ने सर्जरी को सफल बनाने वाले चिकित्सकों को बधाई दी है।
पहला केस 1871 में रजिस्टर्ड
सबसे पहले यह केस 1871 में देखा गया था। यह ट्युमर 50-60 वर्ष की उम्र के लोगों में मिलता है एवं महिलाओं में ज्यादा होता है। इसके मुख्य लक्षण में पेट में भारीपन, दर्द, पैरो में सूजन एवं वजन में कमी होता है। कभी-कभी जब यह ट्युमर हृदय एवं फेफड़ों में फैल जाता है तो सांस फुलना प्रारंभ हो जाता है।
क्या है इन्फेरियर वेनाकेवा
इन्फेरियर वेनाकेवा जिसे महाशिरा कहा जाता है, शरीर की सबसे बड़ी शिरा है। इसका कार्य शरीर के निचले भागों यानी कि पेट एवं पैरों से अशुद्ध रक्त को हृदय तक पहुंचाना होता है।
किडनी व आंत को भी लिया था चपेट में
आमतौर पर महाशिरा को अपनी चपेट में लेने वाला बहुत से ट्युमर देखे गये हैं जो कि मुख्यत: किडनी का ट्युमर या फिर रिट्रोपेरीटोनियल ट्युमर के कारण होता है लेकिन यह ट्युमर महाशिरा से उत्पन्न होकर दायां किडनी एवं दायां रीनल आर्टरी को चपेट में लिया था एवं छोटी आंत से जाकर चिपका हुआ था। जिसका आकार 11 गुणे 18 सेंटीमीटर एवं वजन 950 ग्राम था। ऐसे में दायां किडनी को बचाना डॉक्टरों के लिये चुनौतीपूर्ण था। सामान्यत: ऐसे केस में दायीं किडनी ट्युमर के साथ निकाल दी जाती है। इस ट्युमर को पता लगाने के लिए सोनोग्राफी, सीटी स्कैन वेनाकैवोग्राफी एवं एमआरआई किया जाता है एवं बायोप्सी से कैंसर होने की पुष्टि की जाती है।
पेट में रहता था तेज दर्द और घट रहा था वजन
कवर्धा निवासी 53 वर्षीय मरीज नंदकुमार चौबे पेट में दर्द, वजन घटने एवं पैरों में सूजन की शिकायत लेकर कैंसर विभाग पहुंचा। जहां पर कैंसर विशेषज्ञ व संचालक क्षेत्रीय कैंसर संस्थान डॉ. विवेक चौधरी ने मरीज की जांच की। उसके बाद कैंसर सर्जरी विभाग के डॉ. आशुतोष गुप्ता एवं डॉ. शांतनु तिवारी ने सोनोग्राफी, सीटी स्कैन एवं एमआरआई की मदद से ट्युमर का पता लगाया एवं बायोप्सी करके कन्फर्म किया। इस आॅपरेशन में सबसे बड़ा चैलेंज था-मुख्य नस को काट कर ट्युमर के साथ अलग करना एवं कटी हुई नस के जगह में कृत्रिम नस लगाना।
टीम में शामिल विशेषज्ञ
डायरेक्टर रीजनल कैंसर सेंटर – डॉ. विवेक चौधरी
कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जन व विभागाध्यक्ष – डॉ. कृष्णकांत साहू
कैंसर सर्जन – डॉ. आशुतोष गुप्ता, डॉ. शांतनु तिवारी, डॉ. गुंजन अग्रवाल
एनेस्थेटिस्ट व क्रिटिकल केयर – डॉ. सोनाली एवं डॉ. ओ. पी. सुंदरानी
रेडियोलॉजिस्ट – डॉ. आनंद जायसवाल व टीम
नर्सिंग स्टॉफ – राजेन्द्र साहू एवं भूपेन्द्र चन्द्रा (टेक्नीशियन)
रायपुर। कृषि एवं संसदीय कार्य मंत्री रवीन्द्र चौबे बुधवार को दुर्ग के शासकीय विश्वनाथ तामस्कर स्नातकोत्तर महाविद्यालय के वार्षिक स्नेह सम्मेलन कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने शैक्षणिक सत्र में प्रथम स्थान प्राप्त किए, छात्र-छात्राओं तथा खेल एवं विभिन्न गतिविधियों में महाविद्यालय का नाम रोशन करने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल एवं प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में दुर्ग शहर विधायक अरूण वोरा उपस्थित थे। श्री चौबे ने कहा कि महाविद्यालय के वार्षिक स्नेह सम्मेलन कार्यक्रम में शामिल होकर वे गौरवान्वित महसूस कर रहे है। आज वे जिस मंच पर खड़े हैं, वहां वे 41 साल पूर्व छात्र अध्यक्ष के रूप में खड़ा हुआ करते थे। उन्होंने वर्ष 1977 में इसी महाविद्यालय के अध्यक्ष पद से अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की थी। छात्र राजनीति के दौरान उन्होंने महाविद्यालय की आवश्यकता एवं समस्याओं के साथ ही प्रदेश की समस्याओं को लेकर आंदोलन किए। उन्हें हमेशा महाविद्यालय के प्राचार्य एवं प्राध्यापकों का सहयोग एवं स्नेह मिलता रहा है। तत्कालीन प्राचार्य श्री वर्मा ने उन्हें अनुशासन में रहकर आगे बढ़ने की सीख दी। उनके बताये गए इस मूल मंत्र को अपने जीवन में आत्मसात कर वे आगे बढ़े है और आज भी अमल कर रहे हैं। आज वे जिस मुकाम पर पहुंचे है, इसके लिए उन्होंने महाविद्यालय के पूर्व प्राध्यापकों को प्रणाम करते हुए उनके योगदान को स्मरण किया। उन्होंने कहा कि गुरूओं का सदैव सम्मान करें। उनके बताए मार्ग का अनुसरण करें। पूरी लगन के साथ मेहनत करें और जीवन में सफलता की राह प्राप्त करने लक्ष्य निर्धारित करें। उन्होंने महाविद्यालय के गौरवमयी स्वर्णिम इतिहास का उल्लेख करते हुए कहा कि महाविद्यालय ने शैक्षणिक गतिविधियों के साथ ही सामाजिक गतिविधियों में भी अपना परचम लहराया है। विद्यार्थियों में कल्पना व सोच होनी चाहिए कि हमारा देश और प्रदेश कैसा हो और इसके विकास में हमारा क्या योगदान हो सकता है।
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा और बहनों को रोजगार मिलेगा। गांव में निर्मित वस्तुओं की पूरे देश भर में बिक्री होगी और स्व सहायता समूहों द्वारा निर्मित खाद्य सामग्रियों का आनंद ग्राहकों को भी मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में क्षेत्रीय सरस मेले का शुभारंभ किया । ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और जिला पंचायत रायपुर द्वारा आगामी 5 फरवरी तक चलने वाले इस आठ दिवसीय मेले का आयोजन किया गया है। मेले में महिला स्व सहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्रियों का विक्रय सह प्रदर्शन किया गया है। नगरीय प्रशासन एवं श्रम मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। राज्यसभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा, रायपुर नगर पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय और जिला पंचायत रायपुर की अध्यक्ष श्रीमती शारदा वर्मा कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थी।
धनेली गांव में मॉडल के रुप में विकसित होगा चारागाह
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी नरवा, गरुवा, घुरवा और बाड़ी को बचाने के लिए महिला स्व सहायता समूहों की बहनों से सहयोग का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि गौ पालन हमारी परंपरागत ग्रामीण व्यवस्था का अभिन्न अंग रहा है। गौ पालन को घरेलू कार्य माना जाता था और बेटियां दूध दुहने का काम करती थी इसीलिए बेटियों को दुहिता भी कहा जाता है। उन्होंने कहा कि रायपुर जिले के धनेली गांव में गोठान और चारागाह को मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां पशुओं के लिए पेयजल और सेड की व्यवस्था की जाएगी। निकट भविष्य में यह केंद्र दूध कलेक्शन और विक्रय के केंद्र के रूप में विकसित होंगे। इसी तरह प्रदेश के सभी गांवों का विकास किया जाएगा।
15 राज्यों की महिला स्वसहायता समूहों ने लगाए स्टॉल
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ी भाषा में जनता को संबोधित करते हुए आयोजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ के बीजापुर से लेकर सरगुजा तक की बहनें भागीदारी कर रही हैं इसके साथ ही साथ महाराष्ट,ज् ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, हरियाणा, जम्मू एवं कश्मीर, उत्तर प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड की महिला स्व सहायता समूह और अन्य उद्यमियों ने भी प्रदर्शनी में हिस्सा लिया है। श्री बघेल ने इसके पहले प्रदर्शनी के विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन कर महिलाओं का उत्साहवर्धन किया।
पदमा बाई अझारा के स्टॉल में मुख्यमंत्री ने बजाई तुरही
रायगढ़ जिले के एकताल ग्राम की श्रीमती पदमा बाई अझारा के स्टॉल में जाकर मुख्यमंत्री ने बेलमेटल से निर्मित तुरही सहित विभिन्न कलाकृतियों का अवलोकन किया। श्री बघेल ने तुरही को बजाकर भी देखा। शंख ध्वनि करने वाले इस वाद्य यंत्र का उपयोग छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में मंदिरों और मड़ाई मेलों में लोक संगीत और नृत्य के दौरान किया जाता है। मुख्यमंत्री ने समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित खाद्य सामग्रियों का भी स्वाद लिया।
जांजगीर-चांपा. मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शिवरीनारायण पहुंचे और माँ शबरी की पुण्यधरा में मरार पटेल समाज द्वारा आयोजित शाकम्बरी महोत्सव में शामिल हुए। मुख्यमंत्री भूपेश ने माँ शाकम्बरी की पूजा अर्चना की और छत्तीसगढ़ के सुख-समृद्धि की कामना की। शाकम्बरी महोत्सव को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मरार पटेल समाज केवल साग-भाजी के उत्पादन के नाम से नहीं बल्कि मेहनतकश और ईमानदारी के नाम से जाना जाता है। वे अपनी मेहनत से कृषि उत्पादों का उत्पादन कर आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनने की ओर अग्रसर हैं। बघेल ने कहा कि गांवों और किसानों के समृद्धि के लिए नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी के विकास को प्राथमिकता दी गई है।मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि सामाजिक कार्यक्रम से सामाजिक संगठन मजबूत होते हैं भाईचारे की रिश्ता रहता है। इससे सामाजिक समरसता बरकरार रहता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संत कबीर, गुरू घासीदास, डॉ. खूबचंद बघेल, बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल, मिनीमाता जैसे विभूतियों ने छत्तीसगढ़ राज्य बनने का सपना देखा था। उनका सपना वर्ष 2000 में साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि नई सरकार के गठन होने के पहले घंटे मे ही 16 लाख 65 हजार किसानो का लगभग 6 हजार 230 करोड़ रूपये का अल्पकालिक कृषि ऋण माफ कर दिया। इसी तरह धान की खरीदी 2500 रूपया प्रति क्विटंल के हिसाब से खरीदी का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि 15 लाख किसानो का 207 करोड़ रूपये का सिंचाई कर माफ किया जायेगा। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि समृद्ध-सुघ्घर छत्तीसगढ़ के लिए सभी को मिल-जुलकर कार्य करना है।
महोत्सव को महंत रामसुंदर दास ने भी सम्बोधित किया। उन्होने कहा कि जांजगीर चांपा जिला कृषि प्रधान जिला है। माता शाकम्बरी की कृपा से जांजगीर जिला निरंतर प्रगति के पथपर अग्रसर होता रहेगा। राज्यसभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि मरार पटेल समाज द्वारा शाकम्बरी महोत्सव का आयोजन गौरव की बात है। इस अवसर पर समाज के अध्यक्ष एवं राधाकृष्ण मंदिर समिति के अध्यक्ष रामखिलावन पटेल, चन्द्रपुर विधानसभा के विधायक रामकुमार यादव, बिलाईगढ़ के विधानसभा के विधायक चंद्रदेव राय, कसडोल विधानसभा क्षेत्र की विधायक श्रीमती शंकुतला साहू, पामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक इंदू बंजारे, कलेक्टर नीरज कूमार बनसोड़ भी उपस्थित थे।
यूनेस्को द्वारा ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर’ की मान्यता प्राप्त कुंभ मेले में देशी-विदेशी लोगों का मिलाप अनेकता में एकता के साथ ‘विश्व बंधुत्व’ को चरितार्थ कर रहा है। प्रयागराज स्थित पतित पावनी गंगा, श्यामल यमुना और अदृश्य सरस्वती की विस्तीर्ण त्रिवेणी पर भले ही लोग एक-दूसरे की भाषा नहीं समझे, पर उनकी भावनाओं को आसानी से समझते हैं। मेले में कोई अकेला नहीं। यहां हर किसी के साथ कोई-न-कोई जुड़ा है। कुंभ मेला देश की महान संस्कृति का परिचायक ही नहीं बल्कि अनेकता में एकता का प्रतीक और विश्व बंधुत्व की भावना भी लिए हुए है।