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गले में चोकर कब और कैसे पहनना चाहिए

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उसके चेहरे की चमक के सामने सब सादा लगे, आसमान पे चांद पूरा था मगर आधा लगे। फैशन के इस दौर में महिलाएं अपने आप को सबसे हटकर दिखाने के लिए क्या कुछ नहीं करती। महंगी-महंगी ड्रेस से लेकर हेवी ज्वैलरी तक वो सब ट्राई कर लेती हैं जिसका आज के समय में बोलबाला है। पिछले कुछ समय से महिलाओं की सुंदरता में चार चांद लगाने के लिए बाजारों में भारी-भरकम ज्वैलरी को परे करते हुए उसकी जगह एक स्टाइलिश चोकर ने ले ली है। जो सिनेमाई जगत की सुंदरियों से लेकर आम लड़की तक के फैशन सेंस में स्टाइल की मिठास घोल रहा है। लेकिन इतने सब के बाद भी हम चोकर पहनते वक्त कुछ ऐसी गलतियां कर देते हैं जो बहुत हद तक हमारे लुक को खराब करने के लिए काफी है।
क्या आप इस तरह तो नहीं पहन रहीं चोकर नेकलेस
वैसे तो वेडिंग सीजन आते ही अचानक से लुक्स और फैशन की चिंता हर महिला को होने लगती हैं। ऐसे में उनके जहन में एक ही सवाल आता है कि वो खुद को कैसे स्टाइलिश बनाएं। लेकिन हमारा यकीन मानिए अगर आप भी इस वेडिंग सीजन कुछ हटकर दिखना चाहती हैं तो ट्रेडिशनल ड्रेस के साथ चोकर पहनना न भूलें। थोड़ा ठहरिए, चोकर एक तरह जहां आपको स्टाइलिश लुक देगा वहीं अगर आपने इसे कवर ब्लाउज के साथ पहन लिया तो ये आपके लुक को बिगाडऩे में भी कोई कसर नहीं छोड़ेगा। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे उन ब्लाउज के प्रकार जिनके साथ चोकर मैच करके आप इस वेडिंग सीजन में पूरी महफि़ल अपने नाम कर सकती हैं।
वी नेकलाइन
आजकल ब्लाउज में वी नेकलाइन स्टाइल चरम पर है। शादियों के इस सीजन में आप भारी-भरकम लहंगे के साथ वी नेकलाइन ब्लाउस को बनवाना मत भूलें। अगर ऐसा आप करती हैं तो इससे आपके दो फायदे हो जाएंगे पहला तो ये कि ये आपके हेवी दुपट्टे के साथ ये कमाल का लगेगा और दूसरा इससे आपको काफी स्टलिश लुक भी मिलेगा। इसी कड़ी में वी नेकलाइन के साथ आप नेक को राउंड करते हुए चोकर भी पहनिए ये आपके ओवरऑल लुक में फैशन का तड़का लगाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा। अगर आप भी अपने लुक को अभी तक इमेजिन नहीं कर पा रहीं तो डिज़ाइनर सब्यसांची के इंस्टाग्राम को एक बार जरूर खंगाल लें।
स्वीटहार्ट नेकलाइन
पुराने समय पर एक नजर डालेंगी तो स्वीटहार्ट नेकलाइन का फैशन आपको आराम से देखने को मिल जाएगा। ब्लाउज में ये फैशन रानी-महारानी के समय से चला आ रहा है। इस तरह की ब्लाउज को ट्रेडिशनल लहंगे और साड़ी के साथ पहना जाता है। अगर आप भी अपनी शादी या उसके बाद के किसी फंक्शन में कुछ ऐसा पहनने का मन बन रही हैं तो इस पर साड़ी के कॉन्ट्रास्ट का चोकर पहनना न भूलें। लेकिन इस बात का अच्छे से ध्यान रखें कि ये आपके गले को पूरी तरह से कवर करता हो।
फुल कवर्ड ब्लाउस
कई दुल्हनें अपने लहंगे के ब्लाउज को एक व्यापक डिज़ाइन के साथ बनवाना पसंद करती हैं। जहां कुछ स्वीटहार्ट और वी नेकलाइन को पहनना पसंद करती हैं तो कुछ तो फुल कवर्ड ब्लाउस के साथ अपने आउटफिट को पूरा करती हैं। अगर आपका लहंगा भी इससे मिलता-जुलता है तो आपके इसके साथ ओवरसाइज़्ड चोकर को पहन सकती हैं। इससे आपको एक साथ दो फायदे हो जाएंगे एक तो आपकी ब्लाउस का डिज़ाइन काफी अट्रैक्टिव हो जाएगा वहीं नेक को कवर करता हुआ ये चोकर कुछ हटकर दिखाई देगा।
बोट नेकलाइन
बोट नेकलाइन का फैशन इनदिनों जबरदस्त तरीके से छाया हुआ है। बोट नेकलाइन वाली ब्लाउज पर आप लेयर्ड ज्वैलरी के साथ चोकर को मैच करें। इससे आपकी गर्दन की अतिरिक्त जगह छिप जाएगी और आपको एक क्लासी लुक मिलेगा। अगर अभी भी आप अपने लुक को डिसाइड नहीं कर पा रही हैं तो प्रियंका चोपड़ा के इस गाउन से मिलता-जुलता कुछ जरूर ट्राई करें और उस पर चोकर को कैरी करना न भूलें।

जेट एयरवेज के पूर्व CEO नरेश गोयल के घर ED की छापेमारी

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मुंबई। मुंबई में जेट एयरवेज के पूर्व चेयरमैन नरेश गोयल के घर पर कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी चल रही है।मामले को लेकर ईडी ने बुधवार को नरेश गोयल को समन जारी किया था। इस छापेमारी से पहले प्रवर्तन निदेशालय ने फेमा (FEMA) के तहत कार्रवाई करते हुए दिल्ली और मुंबई में 12 स्थानों पर तलाशी ली थी, जिसमें जेट अधिकारियों के परिसर भी शामिल थे।
बता दें कि इससे पहले गोयल और उनकी पत्नी अनीता के खिलाफ हाल ही में एक ट्रैवल कंपनी के साथ 46 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ था। भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया गया था। यह शिकायत अकबर ट्रैवल्स ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य वित्त अधिकारी राजेंद्रन नेरुपरमबिल ने की थी, जिनका कार्यालय दक्षिण मुंबई के क्रॉफोर्ड मार्केट क्षेत्र में है। इस मामले के अनुसार, कंपनी 1994 से जेट एयरवेज के साथ कारोबार कर रही थी। शिकायतकर्ता ने कहा है कि आरोपियों ने अपनी कंपनी में वित्तीय संकट को छिपाया और ट्रैवल एजेंसी को आश्वासन दिया कि उन्हें कोई नुकसान नहीं होगा। ट्रैवल एजेंसी ने आरोपियों के आश्वासन पर सस्ती दरों पर मैनचेस्टर-मुंबई उड़ान के टिकट बेचे। हालांकि, जनवरी 2019 में, कुछ जेट उड़ानों को रद्द कर दिया गया, जिससे शिकायतकर्ता को आरोपी से संपर्क करने के लिए मजबूर होना पड़ा।

राज्य सरकार ने बंद की BJP विधायक की आइरन ओर माइन

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भोपाल । मध्यप्रदेश सरकार ने बुधवार को भाजपा विधायक और खनन मंत्री संजय पाठक के स्वामित्व वाली एक आइरन ओर माइन को बंद करने का आदेश दिया। अधिकारियों ने कहा कि जबलपुर जिले जहां खदान स्थित है वहां सुप्रीम कोर्ट के फैसले का उल्लंघन करने पर प्रशासन ने सुविधा बंद करने का आदेश दिया हैं। यह खान निर्मला मिनरल्स की है जो कि भाजपा में शामिल हुए पूर्व कांग्रेसी पाठक की कंपनी है। जबलपुर के कलैक्टर भरत यादव ने पीटीआई को बताया कि हां मैंने ही इस माइन को बंद करने का आदेश दिया है।
अन्य अधिकारी ने बताया कि जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर सिहोरा तहसील में अगेरिया और दुबियारा गांवों में खदान फैली हुई है। “खसरा (सर्वे) नं 1093 और खसरा नं। 628/1 के लीज होल्डर (खनन फर्म) पिछले छह महीनों में यह साबित करने में विफल रही है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा 3 मार्च, 2019 को पारित आदेश (वन पर प्रतिबंध) भूमि, उनके परिचालन क्षेत्र पर लागू नहीं होता है।
बता दें कि इधर मध्यप्रदेश कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि विपक्षी भाजपा उसके और उसके सहयोगी दलों के विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर कमलनाथ के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार को अस्थिर करना चाहती है। वहीं, भाजपा ने कमलनाथ सरकार को अस्थिर करने के आरोपों से साफ इनकार किया और कहा कि वह पहले अपने गिरेबान में झांके। कांग्रेस ने प्रदेश में करीब आधा दर्जन निर्दलीय तथा सपा एवं बसपा के विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई है। इस बीच, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है।
मध्य प्रदेश सरकार के एक मंत्री ने आरोप लगाया कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिराने के लिए भाजपा के कुछ नेता आठ विधायकों को जबरन हरियाणा के एक होटल में ले गए। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने फोन पर ‘पीटीआई- भाषा से कहा, ”पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेन्द्र सिंह और रामपाल सिंह सहित अन्य भाजपा नेता साजिश के तहत आठ विधायकों को हरियाणा के एक होटल में जबरन ले गए। विधायकों ने हमें बताया कि भाजपा नेताओं द्वारा उन्हें जबरन वहां ले जाया गया।
इससे पहले सोमवार को दिग्विजय ने नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया था कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिराने के लिए भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस के विधायकों को बड़ी धनराशि की पेशकश की गई है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुधवार को भाजपा पर आरोप लगाया कि पिछले कई दिन से वह माफिया के साथ मिलकर प्रदेश सरकार को अस्थिर करने का असफल प्रयास कर रही है। साथ ही उन्होंने दावा किया कि राज्य की कांग्रेस सरकार के पास पूर्ण बहुमत है। प्रदेश सरकार के पास पूर्ण बहुमत का दावा करते हुए उन्होंने कहा, ”इसे हमने विधानसभा में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के चुनाव में और बजट पारित करवाकर साबित किया है। भाजपा को हर बार मुंह की खानी पड़ी है। हर बार की तरह इस बार भी भाजपा के मंसूबे मुंगेरीलाल के सपने ही साबित होंगे।
इस घटनाक्रम पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार पूरी तरह से सुरक्षित और स्थिर है। उन्होंने कहा, ”यह सौ फीसदी खरीद-फरोख्त (विधायकों की) का प्रयास है। हम एक हैं और हमारी सरकार स्थिर है। हमने गणना कर ली है और सरकार को कोई खतरा नहीं है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने इन आरोपों से इनकार किया। यहां प्रदेश भाजपा कार्यालय में उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ” मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार अपने अंतर्विरोधों, अंतर्कलह से ग्रसित है। आप लोग देख रहे होंगे कि किस प्रकार से सरकार में उनके अपने अंदर विद्रोह है। भारतीय जनता पार्टी का इस पूरे प्रकरण से कोई लेना देना नहीं है, न ही भाजपा के इस तरह के कोई प्रयास हैं। उन्होंने कहा कि अंतर्कलह का जवाब कमलनाथ जी, सिंधिया जी और दिग्विजय सिंह जी को देना चाहिए।
हालांकि देर शाम हुए घटनाक्रम में मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भनोत के साथ प्रदेश के कांग्रेस, बसपा और सपा के विधायकों का एक समूह बुधवार दोपहर बाद विशेष विमान से दिल्ली से भोपाल पहुंचा। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हालांकि विधायकों की सही संख्या मालूम नहीं हो सकी है।

गोदाम में भीषण आग, मौके पर मौजूद दमकल की 7 गाड़ियां

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मुंबई । महाराष्ट्र में मुंबई के जोगेश्वरी इलाके में एक गोदाम में आग लग गई। मौके पर कम से कम 7 फायर टेंडर मौजूद हैं। आग बुझाने का काम चल रहा है। मामले में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।
इन दिनों आग की घटनाएं अधिक देखने को मिल रही हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंदिरानगर थाना क्षेत्र में रविवार को मेट्रो स्टेशन से कुछ ही दूरी पर एसीपी ऑफिस की बिल्डिंग में शार्ट सर्किट से भीषण आग लग गई थी। इसमें कई दुकानें जलकर राख हो गई। फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पा लिया है। इंदिरानगर थाने में अरावली मार्ग पर स्थित शिवालिक कॉम्प्लेक्स में रविवार सुबह आग लग गई। वहीं बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर एसीपी गाजीपुर का ऑफिस भी है। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि धमाके के बाद नीचे की दुकान में आग लगी। सूचना पर मौके पर फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां पहुंचीं। हादसे में किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई।

दिल्ली हिंसा को लेकर दर्ज हुए कुल 531 केस, गिरफ्तार या हिरासत में 1600 लोग

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नई दिल्ली। हाल ही में दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने जानकारी दी है कि अब तक 1600 लोगों को गिरफ्तार किया गया है या हिरासत में लिया गया है। मामले में कुल 531 केस दर्ज हुए हैं। दिल्ली में हिंसा के दौरान घायल एक और पीड़ित ने दम तोड़ दिया। सोमवार शाम को जीटीबी अस्पताल में उपचार के दौरान 18 वर्षीय आकिब की मौत हो गई। आकिब को 24 फरवरी को जीटीबी में भर्ती कराया गया था। ऐसे में अब इस दंगे में मरने वालों की संख्या 48 हो चुकी है।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफाराबाद, गोकलपुरी, मौजपुर, भजनपुरा, करावल नगर आदि इलाकों में 23 फरवरी को नागरिकता संशोधन कानून के समर्थकों और विरोध करने वालों के बीच में हिंसक झड़प हुई थी, जिसके बाद यह हिंसा तीन दिन तक जारी रही। हिंसा में अब तक 48 लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली हिंसा में पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल के अलावा, इंटेलिजेंस ब्यूरो यानी आईबी अफसर अंकित शर्मा की भी हत्या हुई है।
पश्चिमी दिल्ली में फैली थी दंगों की झूठी खबर
पश्चिमी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में बीते रविवार को उस समय अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया जब हिंसा की झूठी खबर फैली। इसके चलते दिल्ली मेट्रों ने भी बिना कारण बताए सात स्टेशनों को बंद कर दिया। हालांकि, पुलिस ने तुरंत इसका खंडन किया और लोगों से संयम बनाए रखने की अपील की। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर ने ब्रह्मपुरी सहित कुछ दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा किया और गत तीन दशक में हुई सबसे भीषण हिंसा में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने पत्रकारों से कहा, ”यह देखना बहुत दुखद है कि इतने सारे लोग हिंसा से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। हमें उन्हें इस सदमे से निकालना होगा और उनके जीवन को वापस पटरी पर लाना होगा।

मुंगेली नजूल सरकार भूमि आबंटन मामले में हलाकान भूमाफियाओं और जमीन दलालों पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष मेहरबान… जनहित छोड़ स्वार्थहीत में हुए मग्न…जिला कांग्रेस कमेटी के लिए भूमाफिया और जमीन दलाल बने अन्नदाता…

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मुंगेली/ लंबे वर्षो से मुंगेली में भूमाफियाओं और जमीन दलालों का इस कदर बोलबाला हैं, कि वे नियमों-कानूनों की धज्जियां उड़ा कर जमीनों की हेराफेरी में लगे हुए है मुंगेली जिले का कोई हिस्सा इन जमीन दलालों से बचा नही होगा ? मुंगेली लगभग एक दशक से जमीन दलालों के चंगुल में फंसा हुआ है, कांग्रेसी भूमाफियाओं और जमीन दलालों पर जिला कांग्रेस कमेटी भी कृपादृष्टि बनाये हुए है सत्तापक्ष में बैठे लोगों के द्वारा अधिकारियों पर इस तरह दबाव बनाया गया कि जिले स्तर के बड़े अधिकारियों द्वारा जमीन दलालों और भूमाफियाओं पर कार्यवाही नही की जा रही हैं।
अभी हाल ही में मुंगेली में नजूल सरकार की रिक्त भूमि को व्यक्ति विशेष लोगों को आबंटित भूमि को निरस्त करने की मांग को लेकर कांग्रेसियों, कांग्रेसियों पार्षदों और भाजपाईयों के द्वारा कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया था, इसमें कार्यवाही करने जिला प्रशासन को कांग्रेस ने 1 सप्ताह का समय दिया गया था। ज्ञापन में अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि मुंगेली नगर पालिका क्षेत्र के अंतर्गत रिक्त भूमि व्यक्ति विशेष लोगों को आबंटित की जा रही है ज्ञापन में बताया गया कि शासन के नगरीय क्षेत्र में शासन की किसी भी प्रकार की कोई भी भूमि जिस पर नगर पालिका द्वारा प्रस्तावित कार्यो के क्रियान्वयन के लिये सुरक्षित रखी जाती है तथा उक्त भूमि को किसी के द्वारा मांगी जाती है तो परिषद् में इसका प्रस्ताव लाकर सहमति ली जाती है जबकि ऐसा नही किया गया है जो भूमि आबंटित की गई है जिनमें से व्यक्ति विशेष को अधिक से अधिक प्लाट किया जा रहा है। एक हफ्ते बीत जाने के बाद भी कांग्रेसी मौन धारण किये हुए हैं, वही दूसरी ओर जनता ने यह आरोप लगाया हैं कि कहा कि कांग्रेसियों के द्वारा ज्ञापन देने के बाद भी अनशन न करना यह अपने आप मे संदेहास्पद स्थिति बनी हुई हैं साथ ही ऐसी आशंका बताई जा रही हैं कि ज्ञापन देने वाले कुछ कांग्रेसियों ने अपना ईमान बेच दिया। अब मुंगेलीवासियों को भाजपा से आंदोलन और कार्यवाही की उम्मीद हैं। मुंगेलीवासियों ने जिला कांग्रेस कमेटी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिलाध्यक्ष सहित ज्ञापन देने वालों को जमीन संबंधी मामलों में जनहित में कार्य करने की बजाय स्वयं हित का कार्य किया जा रहा हैं, साथ कांग्रेस से जुड़े भूमाफियाओं और जमीन दलालों के द्वारा जिला कांग्रेस कमेटी को लंबी रकम फंडिंग की जाती हैं। जिला कांग्रेस कमेटी के इस तरह की कार्यशैली से पार्टी की छबि जनता के बीच धूमिल हो रही हैं

कोरोना से मेडिकल मास्क 4 गुना तक महंगा

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नई दिल्ली। कोरोना वायरस भारत में भी तेजी से पैर पसार रहा है। अब तक अपने देश में इसके 18 मामले सामने आ चुके हैं। कोरोना का खौफ इतना है कि पैरंट्स बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर दिया है। फेस मास्क की डिमांड इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि मेडिकल दुकानों के स्टॉक खाली पड़ गए हैं। डिमांड बढऩे के कारण इसके प्राइस में भी काफी तेजी आई है।
सर्जरी में इस्तेमाल किए जाने वाले मास्क की कीमत में 300 पर्सेंट से भी ज्यादा की तेजी आ गई है। जिस मास्क की कीमत 10 रुपये होती है, वह 40-50 रुपये में भी नहीं मिल रहा है। मास्क के अलावा सैनिटाइजर की कीमत में भी उछाल आया है।
जिन अस्पतालों में पहले से ज्यादा स्टॉक नहीं थे, वहां मेडिकल स्टॉफ को भी यह उपलब्ध नहीं हो रहा है। मास्क की बहुत बड़े पैमाने पर सप्लाई चीन से होती थी, लेकिन फिलहाल वहां से सप्लाई बंद है। लोकल मास्क प्रोड्यूसर जरूरत के हिसाब से मास्क बनाने में पिछड़ रहे हैं।
मेडिकल एक्सपर्ट सलाह दे रहे हैं कि अगर आप हेल्दी हैं और कोई जरूरतमंद है, मसलन जिसे सर्दी जुकाम हो गया हो या मेडिकल स्टॉफ, जिसे इसकी ज्यादा जरूरत है तो बेहतर होगा कि आप जरूरतमंदों को पहले खरीदने दें, क्योंकि उन्हें इसकी जरूरत ज्यादा है। इसके अलावा साफ-सफाई बरतने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि इंफेक्शन से समस्या नहीं बढ़े।

पेटीएम उपभोक्ताओं अब आपनेमोबाइल पर ही मिलेगी बीमा खरीदने की सुविधा

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नईदिल्ली। देश के पेटीएम उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। पेटीएम उपभोक्ता अब आसानी से अपने मोबाइल पर ही बीमा उत्पाद खरीदने का मौका मिलेगा क्योंकि देश की सबसे बड़ी पेमेंट और फाइनेंशियल प्लेटफॉर्म पेटीएम का परिचालन करने वाली वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) को बीमा उत्पाद बेचने का लाइसेंस मिल गया है। बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने कंपनी को बीमा बेचने की अनुमति दे दी है।
कंपनी ने बताया कि उसकी पूर्ण-स्वामित्व वाली इकाई पेटीएम इंश्योरेंस ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड (पीआईबीपीएल) को इरडा से जीवन और गैर-जीवन बीमा बेचने के लिए लाइसेंस मिल गया है। लाइसेंस मिलने के बाद कंपनी पूरे भारत में अपने करोड़ों उपभोक्ताओं के लिए अपने प्लेटफॉर्म पर बीमा उत्पादों की पेशकश करेगी।
अपनी 100 प्रतिशत स्वामित्व वाली इकाई पीआईबीपीएल के जरिये कंपनी दो-पहिया, चार-पहिया, स्वास्थ्य और जीवन बीमा श्रेणी में बीमा उत्पादों की पेशकश करेगी। पीआईबीपीएल ने भारत की अग्रणी बीमा कंपनियों में से 20 के साथ साझेदारी की है और अगले कुछ हफ्तों में 30 और कंपनियों के साथ भागीदारी की जाएगी। कंपनी अपने ग्राहकों को पॉलिसी मैनेजमेंट और क्लेम सेवाएं भी प्रदान करेगी।
पीआईबीपीएल पिछले कुछ महीनों से उपभोक्ताओं की बीमा उत्पादों के लिए जरूरतों को समझने के लिए काम कर रही है और अब कंपनी आसान और सरलता से समझ में आने वाली ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिये अभिनव बीमा उत्पादों की पेशकश करने का दावा किया है। कंपनी पूरे देश में बीमा उत्पादों की बिक्री के लिए अपने 1.6 करोड़ मर्चेंट पार्टनर के मजबूत नेटवर्क का लाभ उठाएगी।
पीआईबीपीएल की योजना अधिक से अधिक उपभोक्ताओं तक बीमा उत्पादों को पहुंचाने की है। कंपनी ऐसे मर्चेंट पार्टनर्स को चिह्नित करने की प्रक्रिया में है, जिन्हें प्वाइंट ऑफ सेल्स पर्सन (पीओएसपी) के रूप में प्रशिक्षित किया जा सके। कंपनी की योजना इस साल 2 लाख पीओएसपी तैयार करने की है। नई कंपनी में तीन डायरेक्टर हैं विजय शेखर शर्मा, विकास गर्ग और अमित नैय्यर। पिछले साल अक्टूबर महीने में कंपनी ने रविंदर कुमार गुप्ता को सीईओ और अमित अग्रवाल को सीएफओ नियुक्त किया है। इस सेक्टर में पेटीएम का मुकाबला पॉलिसी बाजार, टर्टलमिंट से होगा। फरवरी महीने में फोन पे ने भी इंटरनेशनल ट्रैवल इंश्योरेंस सर्विस की शुरुआत की है।

छत्तीसगढ़ में दो लाख में अंग्रेजी शराब दुकान का लाइसेंसी अहाता का आदेश !

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रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने अब अंग्रेजी शराब की दुकानों में बैठकर शराब पीने की व्यवस्था के लिए अहाता खोलने को मंजूरी दे दी है। यह आदेश  कैबिनेट की बैठक के बाद आबकारी विभाग ने जारी किया है। इसके लिए प्रदेश में कोई भी 2 लाख रुपए जमा कर अंग्रेजी शराब दुकान के लिए अहाता खोल सकता है। मिली जानकारी के अनुसार मौजूदा समय में प्रदेश में तक़रीबन 662 शराब दुकाने जिनके लिए 600 अवैध अहाते अधिकारियों और शराब कारोबारियों की सांठगांठ से चल रहे हैं। 
जो कि, शराब की दुकान के आस-पास सार्वजनिक स्थानों पर खुलेआम चल रहे हैं ! सांठगांठ से चल रहे ऐसे अवैध अहातों से राज्य सरकार को लगभग 120 करोड़ के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है ! यही कारण है कि,आबकारी से आय बढ़ाने के मकसद से 600 से ज्यादा अंग्रेजी शराब दुकान के लिए अहातों की लाइसेंसी अनुमति दी जा रही है ! लाइसेंसी अहाता खोलने से करीब दो हजार से ज्यादा लोगों को वैधानिक रोजगार के साथ सरकारी राजस्व में भी भारी इजाफा होगा !
अनुभवी को प्राथमिकता 
प्रत्येक अंग्रेजी शराब दुकान 2 लाख रुपए लाइसेंस फीस लेकर अहाता संचालन की अनुमति दी जाएगी। यह मौका उन्हीं को मिलेगा जिन्हें सीएसएमसीएल के द्वारा अहाता संचालन में अनुभव होगा ! ऐसी अनुभवी एजेंसी को खुली निविदा के माध्यम से अहाता संचालन की पात्रता दी जाएगी।
प्राइवेट सिक्युरिटी गार्ड रखना होगा 
आबकारी विभाग ने अहातों में पहुंचने वाले लोगों को सुविधाएं देने के लिए भी निर्देश जारी किए हैं। इसके अनुसार अहाते में एक सिक्युरिटी गार्ड होना आवश्यक होगा। इसके साथ ही वहां टॉयलेट, पीने के लिए आरओ का शुद्ध पानी और खाने की व्यवस्था उपलब्ध करानी होगी। अहाते में बैठने के लिए पर्याप्त व्यवस्था भी करनी होगी।
शराब दुकान से आधा किलोमीटर दूर होगा चखना सेंटर
सेंटर नई नीति के अनुसार शराब दुकान के 500 मीटर की परिधि में चखना सेंटर संचालित नहीं किए जा सकेंगे। ऐसा करने वालों पर आबकारी नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी।

कोरोना वायरस के कारण ऐमेजॉन ने भ्रामक दावे करने वाले 10 लाख से ज्यादा प्रोडक्ट्स हटाए

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नईदिल्ली। कोरोना वायरस से समूची दुनिया सहमी हुई है। इस बीच, सबसे बड़ी ई-रिटेलिंग कंपनी ऐमेजॉन ने कहा है कि उसने 10 लाख से भी ज्यादा ऐसे प्रोडक्ट्स को हटा दिया है, जो कोरोना वायरस के बारे में भ्रामक दावे कर रहे थे। कंपनी ने यह भी कहा कि प्रोडक्ट्स को हटाने के अलावा थर्ड-पार्टी मर्चेंट्स के हजारों ऑफर्स को भी रद्द या सस्पेंड कर दिया है, जिन पर ग्राहकों से गलत कीमत वसूलने का आरोप था।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि ऐमेजॉन पर किसी प्रोडक्ट के लिए गलत कीमत वसूलने वालों के लिए कई जगह नहीं है। कंपनी ने कहा कि हमारी उचित मूल्य निर्धारण पर लंबे समय से चली आ रही नीति में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि हम उन मूल्य निर्धारण प्रथाओं को अनुमति नहीं देते हैं जो ग्राहकों के विश्वास को नुकसान पहुंचाते हों।
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने ये भी कहा कि कंपनी प्लेटफॉर्म की निगरानी करना जारी रखेगी और कीमतों में वृद्धि पर अपनी नीतियों का उल्लंघन करने वाले ऑफर्स को हटा देगी। भ्रामक कोरोनावायरस दावों के साथ आइटम बेचने वाले अकाउंट्स को भी निलंबित कर दिया जाएगा या पूरी तरह से हटा दिया जाएगा।
ऐमेजॉन भी उन टेक कंपनियों में से एक है जिसने फरवरी में कैलिफोर्निया के फेसबुक के मेनलो पार्क में विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ बैठक की थी. बैठक में सभी ने चर्चा की कि कोरोनो वायरस के बारे में गलत जानकारी को कैसे रोका जाए।