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शिविर में बांटे गए 16.50 करोड़ रूपए के ऋण

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धमतरी । बैंक ऑफ बड़ौदा धमतरी एवं कांकेर क्लस्टर के द्वारा शुक्रवार 6 मार्च को ऋण वितरण शिविर एवं ग्राहक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें बैंक आॅफ बड़ौदा की 18 शाखाओं ने इसमें हिस्सा लिया। मुख्य प्रबंधक शुभाशीष मोहन्ती एवं सुरजीत बिश्वास के मार्गदर्शन में शिविर में कुल 86 हितग्राहियों को लगभग 16 करोड़ 50 लाख रूपए के ऋण प्रकरण स्वीकृत किए गए। कार्यक्रम में अतिथियों के द्वारा बैंक के नए ग्राहकों को ऋण स्वीकृति-पत्र वितरित किए गए, साथ ही बैंक द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी ग्राहकों को दी गई। क्षेत्रीय प्रबंधक डाॅ. आरके मोहन्ती के द्वारा ग्राहकों को व्यवसाय स्थापित करने तथा तत्संबंध में ऋण प्रक्रिया एवं इसके लिए लगने वाले आवश्यक दस्तावेजों की विस्तृत जानकारी दी गई। ऋण स्वीकृति पत्र वितरित किए गए हितग्राहियों में राइस मिलर्स, स्वसहायता समूह की महिलाएं तथा विभिन्न व्यवसायों से जुड़े लोग शामिल थे। मुख्य प्रबंधक श्री बिश्वास ने बताया कि नगर के स्थानीय होटल में आयोजित शिविर में कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य अतिथि डाॅ. आरके मोहन्ती क्षेत्रीय प्रबंधक ने की तथा क्षेत्रीय कार्यालय साख विभाग के मुख्य प्रबंधक अमित बैनर्जी उपस्थित रहे।

जनसूचना अधिकारी अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से निभाएं- एमके राउत

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जिले में एक दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला आयोजित
धमतरी।
सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के विषय में जिले के प्रथम अपीलीय अधिकारी और जनसूचना अधिकारियों की एक दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में रखी गई। दोपहर 12 बजे से आयोजित इस कार्यशाला में उपस्थित राज्य सूचना आयोग के मुख्य सूचना आयुक्त एमके राउत ने सभी जनसूचना अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से निभाने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि जनसूचना अधिकारी आवेदन मिलने के 30 दिनों के भीतर आवेदक से हर हाल में संचार स्थापित कर लें। चाहें तो जानकारी दे सकते हैं अथवा अन्य विभाग से संबंधित हो, तो संबंधित विभाग को हस्तांतरित कर आवेदक को इसकी जानकारी जरूर दें। अगर किसी कर्मचारी की निजी जानकारी मांगी जाए, तो उसकी सहमति लेना जरूरी है और व्यापक लोकहित को ध्यान में रख जानकारी देना चाहिए। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जनसूचना अधिकारी आवेदक को जानकारी बनाकर नहीं दें, बल्कि जिस तरह कार्यालय में संधारित है, वैसी ही जानकारी आवेदक को उपलब्ध कराएं। सही मंशा से और सकारात्मक सोच के साथ जनसूचना अधिकारी आवेदक को जानकारी उपलब्ध कराएं। उन्होंने प्रथम अपीलीय अधिकारियों को भी अपना दायित्व का निर्वहन सही तरीके से करने पर जोर दिया।
इस मौके पर राज्य सूचना आयुक्त मोहन राव पवार ने अधिनियम के व्यवहारिक बातों पर प्रकाश डाला और 31 धाराओं में से महत्वपूर्ण धाराओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शासकीय कार्यों में जवाबदेही तय करने इस अधिनियम का निर्माण किया गया है। अतः जनसूचना अधिकारी प्राप्त आवेदन को स्वयं पढ़ें, ताकि समय-सीमा में जानकारी दी जा सके। कार्यशाला में उपस्थित राज्य सूचना आयुक्त अशोक अग्रवाल ने जनसूचना अधिकारियों को अधिनियम की धाराओं, शुल्क, आवेदक कौन हो सकता है? तथा सूचना देने की समयावधि की जानकारी विस्तार से दी। उन्होंने सभी जनसूचना अधिकारियों को कार्यालय में सूचना का अधिकार की पंजी संधारण करने कहा तथा समझाईश दी कि जनसूचना अधिकारी जब भी भेजें स्पष्ट रूप से, समय पर और वास्तविक मांग पत्र भेजें। उन्होंने प्रथम अपीलीय अधिकारी के दायित्व की जानकारी भी दी। साथ ही दोनों पक्षों (जनसूचना अधिकारी और आवेदक) की बात सुनने के बाद आदेश जारी करने कहा। उन्होंने कहा कि अपीलीय अधिकारी का यह भी दायित्व है कि उनके द्वारा जारी आदेश का पालन सुनिश्चित कराएं। कार्यशाला के अंत में सभी जनसूचना अधिकारियों की जिज्ञासाओं को मुख्य सूचना आयुक्त ने शांत किया। प्रभारी कलेक्टर नम्रता गांधी ने उन्हें आश्वस्त किया कि जिले के सभी प्रथम अपीलीय अधिकारी एवं जनसूचना अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन बखूबी करेंगे। इस मौके पर आयोग के स्टाॅफ आॅफिसर एम कल्याणी, संयुक्त संचालक धनंजय राठौर, अपर कलेक्टर दिलीप अग्रवाल सहित सभी प्रथम अपीलीय और जनसूचना अधिकारी उपस्थित रहे।

होली त्यौहार के मद्देनजर शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने ली गई शांति समिति की बैठक

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धमतरी। पुलिस अधीक्षक बीपी राज भानु के निर्देशानुसार कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी धमतरी के सभाकक्ष में होली त्यौहार के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु शहर के गणमान्य नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, वार्ड वासियों व होलिका दहन समिति के पदाधिकारियों को आमंत्रित कर शांति समिति की बैठक आहूत की गई । उक्त बैठक में पुलिस एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा उपस्थित नागरिकों से होली त्यौहार शांतिपूर्वक, सौहाद्रमय वातावरण में मनाए जाने एवं शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने आवश्यक समझाईश दिया गया, साथ ही असामाजिक तत्वों की जानकारी देकर सहयोग करने की अपील भी की गई ।
मीटिंग में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे के द्वारा उपस्थित लोगों को छत्तीसगढ़ पुलिस के एक्के नंबर सब्बो बर डायल 112 की जानकारी देते हुए एंड्राइड मोबाइल में एप्लीकेशन डाउनलोड करने एवं आवश्यकता पड़ने पर उपयोग करने पर पुलिस के द्वारा त्वरित सहायता उपलब्ध कराए जाने के संबंध में जानकारी दी गई ।
उक्त बैठक में अपर कलेक्टर दिलीप अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर रावटे, डिप्टी कलेक्टर डी. सी. बंजारे, उप पुलिस अधीक्षक अरुण जोशी, नायब तहसीलदार विनोद कुमार साहू, थाना प्रभारी सिटी कोतवाली निरीक्षक भावेश गौतम एवं शहर के गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि एवं वार्डवासी उपस्थित रहे।

अवैध प्लाटिंग के खिलाफ पार्षद का हल्ला बोल

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रायपुर। शहीद चंद्रशेखर आज़ाद वार्ड क्रमांक 60 की पार्षद श्रीमती सावित्री जयमोहन साहू के वार्ड में चल रहे अवैध प्लाटिंग,अतिक्रमण व बिल्डरों के अवैध निर्माण के खिलाफ पार्षद एवं आम नागरिको के द्वारा कलेक्टर महोदय रायपुर को ज्ञापन सौंपकर इन अवैध कार्यो पर सख्त कार्यवाही करने का आग्रह किया व विशेष रूप से अवैध प्लाटिंग ब्रिज नगर गोकुल नगर अतिक्रमण अयोध्या नगर खदान व अवैध निर्माण बिल्डरों द्वारा रावतपुरा फेस 2 प्रमुख है। रावतपुरा फेस 2 ,गोकुल नगर, अटल नगर में बिल्डरों के द्वारा मकान के ग्राहकों के साथ हो रहे छल की भी शिकायत रायपुर कलेक्टर के पास किया गया इस शिकायत में भोले-भाले लोगो को मकान दिलाने का लालच देकर यह कह कर बेचा गया कि आपको रोड़ नाली व बिजली आदि कि सुविधा दिलाई जायेगी। परन्तु आज तक सड़क नाली व बिजली की पूर्ण व्यवस्था नही की गई है। जिसकी शिकायत वहां के रहवासियों ने पार्षद कार्यालय में आकर दी । जिसे वार्ड पार्षद श्रीमती सावित्री जयमोहन साहू ने तत्काल प्रभाव में रायपुर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा व सख्त कार्यवाही करने का आग्रह किया। इस ज्ञापन के मिलने के बाद रायपुर कलेक्टर द्वारा उचित कार्यवाही कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही का आश्वाशन दिया गया है ।

इम्तियाज अली के साथ काम कर रोमांचित हैं प्रणति

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मुंबई। बॉलीवुड की नवोदित अभिनेत्री प्रणति राय प्रकाश निर्देशक इम्तियाज अली के साथ काम कर बेहद खुश हैं। इंडिया नेक्स्ट टॉप मॉडल फेम प्रणति ने फैमिली ऑफ ठाकुरगंज से बॉलीवुड में अपने करियर की शुरूआत की थी। प्रणति ने इम्तियाज अली की फिल्म लव आज कल में छोटी सी भूमिका निभायी है। फिल्म में प्रणति, कार्तिक आर्यन के साथ रोमांस करते हुए नजऱ आयीं। प्रणति के इस किरदार को उनके प्रशंसकों और इंडस्ट्री से कई सेलिब्रिटी दोस्तों द्वारा सराहा गया।
प्रणति ने बताया कि वह हमेशा से इम्तियाज के साथ काम करना चाहती थीं। उन्होंने कहा,मैं इम्तियाज सर के साथ काम करना चाहती थी, मुझे उनकी फिल्में कलात्मक और उसमे एक ताजगी लगती हैं, उनका व्यक्तित्व इतना आकर्षित है की कोई भी उनसे इम्प्रेस हो जाये। जब मुझे बुलाया गया था, फिल्म के अंतिम ऑडिशन के लिए, मेरे पेट में तितलियाँ उड़ रही थीं, इतनी खुश हुई की मनो मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा। यह उनके साथ काम करने का एक बेहतरीन अनुभव था। मेरे लिए उनके सुनहरे शब्द मेरे दिल में हमेशा बसे रहेंगे। जब वी मेट के बाद से मेरे ड्रीम डायरेक्टर हैं। उनके साथ काम करना मेरा सौभाग्य है।

कोरोना पर टिकटॉक विडियो शेयर करने पर चार्मी कौर को मांगनी पड़ी माफी

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मुंबई। इस समय पूरी दुनिया जानलेवा कोरोना वायरस के कहर डरी हुई है। इसी बीच साउथ की फेमस ऐक्टर-प्रड्यूसर चार्मी कौर ने एक टिकटॉक विडियो शेयर किया जिसमें वह कोरोना वायरस के इंडिया में केस मिलने पर खुश हो रही हैं और इस वायरस के केस भारत में मिलने पर लोगों को मुबारकबाद दे रही हैं।
चार्मी के इस असंवेदनशील विडियो पर लोगों ने खासी नाराजगी जताई है। चार्मी ने इस विडियो में कहा, कोरोना वायरस दिल्ली और तेलंगाना में आ चुका है। ऐसा मैंने सुना है और यही न्यूज में भी है। इसके बाद खुश होते हुए चार्मी कहती हैं मुबारक हो कोरोना वायरस आ गया है।
हालांकि चार्मी को इस विडियो पर लोगों की इतनी लताड़ लगी कि उन्हें बाद में माफी मांगनी पड़ गई। बाद में उन्होंने ट्वीट कर कहा, मैंने आप सभी के सारे कॉमेंट्स पढ़े और मैं इस विडियो के लिए आपसे माफी मांगती हूं। यह बेहद संवेदनशील विषय पर बचकाना हरकत थी और मैं आगे से अपने रिऐक्शंस पर सजग रहूंगी क्योंकि मुझे इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी।
वैसे बता दें कि चार्मी कौर ने मुख्य तौर पर तेलुगू फिल्मों में काम किया है। इसके अलावा उन्होंने तमिल, मलयालम और हिंदी फिल्मों में भी काम किया है। हिंदी फिल्मों में वह मुझसे दोस्ती करोगे, बुड्ढा होगा तेरा बाप और आर राजकुमार में दिखाई दी थीं।

सेनिटाइजर्स का ज्यादा इस्तेमाल भी पहुंचाता है शरीर को नुकसान

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कोरोना वायरस के भारत में प्रवेश करते ही लोग इसको लेकर चिंतित हो गए. घबराहट में लोग तेजी से मास्क और सेनिटाइजर्स खरीद रहे हैं. जिससे ये करीब-करीब बाजार से गायब ही हो गया है लेकिन क्या आपको मालूम है कि सेनिटाइजर्स का ज्यादा इस्तेमाल नुकसानदायक भी है.
हैंड सेनिटाइजर आमतौर पर इथाइल अल्कोहल से बनाया जाता है, जो एंटीसेप्टिक की तरह भी काम आता है, इसमें पानी, फ्रेगरेंस और ग्लिसरीन मिलाए जाते हैं. वहीं गैर अल्कोहल युक्त सेनिटाइजर्स एंटीबॉयोटिक कंपाउंड ट्राइक्लोजन या ट्राइक्लोकॉर्बन से बनता है. ये साबुन और टूथपेस्ट में भी पाया जाता है. इन्हें अक्सर एंटीबैक्टीरियल, एंटीमाक्रोबायल या एंटीसेप्टिक सोप कहा जाता है.
अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) का कहना है कि ट्राइक्लोजन के कुछ रिस्क भी हैं, जिन्हें सूचीबद्ध भी किया गया है. हाल के कुछ अध्ययनों में ट्राइक्लोजन के इस्तेमाल पर सवाल उठाते हुए कहा गया है कि ये मानवीय स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हैं. इस पर अध्ययन जारी है. अगर आपको सफाई का फोबिया है या कोरोना जैसे वायरस से बचाव के लिए आप लगातार सेनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं तो ये भी जानिए कि इसके खतरे क्या हैं.
वो अच्छे बैक्टीरिया को खत्म करने लगते हैं
एंटीबॉयोटिक आमतौर पर बैक्टीरिया से लडऩे में मुफीद होते हैं लेकिन तब क्या होगा जब आपका शरीर बैक्टीरिया से लडऩे के बजाए एंटीबॉयोटिक के खिलाफ लड़ाई शुरू कर दे.
दरअसल ट्राइक्लोजन यही काम करता है. वास्तव में हैंड सेनिटाइजर का ज्यादा इस्तेमाल रोगों के प्रति प्रतिरोध को कम करता है, क्योंकि आपके गुड बैक्टीरिया खत्म होने लगते हैं, जो बैड बैक्टीरिया से लडऩे में मदद करते हैं.
एक्यूट गैस्ट्रोएंटाइटस बीमारी दे सकते हैं
वर्ष 2011 में अमेरिका में एपिडेमिक इंटेलिजेंस सर्विस से जुड़े शोधकर्ताओं वो हेल्थ केयर कर्मचारी, जो साबुन की जगह ज्यादातर सेनिटाइजर का इस्तेमाल करते हैं, एक्यूट गैस्ट्रोएंटाइटस बीमारी देने वाले नोरोवायरस के छह गुना ज्यादा खतरे में रहते हैं.
जहरीला हो सकता है सेनिटाइजर का अल्कोहल
अगर आप बगैर ट्राइक्लोजन वाला सेनिटाइजर इस्तेमाल नहीं करते और अल्कोहल युक्त इस्तेमाल में लाते हैं तो भी जरूरी नहीं कि आप पूरी तरह सुरक्षित हैं. कुछ सेनिटाइजर्स में इथाइल अल्कोहल की जगह दूसरे अल्कोहल या उसी तरह का अन्य द्रव इस्तेमाल करते हैं, जो एंटीमाइक्रोबॉयल की तरह सक्रिय होकर बैक्टीरिया को मारता है.
अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन और सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल का कहना है कि वो सेनिटाइजर्स में केवल इथाइल अल्कोहल, आइसोप्रोपाइल अल्कोहल या दोनों के 60 से 95 फीसदी कंस्ट्रेट मिक्स को मान्यता देता है.
मार्च 2012 में कैलिफोर्निया के छह किशोर अस्पताल में लाए गए, क्योंकि उन्होंने हैंड सेनिटाइजर को पी लिया था और इसमें जहरीला अल्कोहल था. हालांकि इसे पीना तो नहीं ही चाहिए लेकिन इससे ये जाहिर हुआ कि सेनिटाइजर में अगर विषैला अल्कोहल मिला है तो ये आपकी त्वचा को भी नुकसान पहुंचाएगा.
हार्मोन पर असर
एफडीए का कहना है कि ट्राइक्लोजन युक्त सेनिटाइजर हार्मोनल गड़बडिय़ां पैदा कर सकता है. जिससे एंटी बॉयोटिक रेजिसटेंस जैसी स्थिति पैदा हो सकती हैं. जानवरों पर किए गए अध्ययन बताते हैं कि अगर आप सेनिटाइजर्स का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो शरीर में हार्मोन अलग तरीके से व्यवहार करने लगते हैं. हालांकि इस पर अभी शोध चल रही है कि मानव में हार्मोन चेंज का क्या असर पड़ता है.
प्रतिरोधक सिस्टम कमजोर हो जाएगा
अध्ययन ये बताते हैं कि ट्राइक्लोजन आपके इम्यून सिस्टम को भी नुकसान पहुंचाता है. जिसकी वजह से आपके शरीर का रोगों से लडऩे का कवच कमजोर पड़ जाता है.
मिशिगन यूनिवर्सिटी के पब्लिक हेल्थ स्कूल के शोधकर्ताओं ने पाया कि ट्राइक्लोजन मनुष्यों की प्रतिरोधक प्रक्रिया में नकारात्मक असर डालने लगता है. इससे आपका इम्यून सिस्टम आपको एलर्जिक बनाने लगता है या टॉक्सिक केमिकल बिस्फीनॉल आपको नुकसान पहुंचा सकता है, ये प्लास्टिक में पाया जाता है.अध्ययन कहता है कि बच्चे और किशोर, जिनमें ट्राइक्लोजन का स्तर बढ़ जाता है, वो बुखार या अन्य एलर्जी का ज्यादा शिकार होने लगते हैं.
विषैले केमिकल
अगर आपका सेनिटाइजर सुगंधित है तो इसका मतलब ये है कि इसमें कुछ टॉक्सिक केमिकल्स मिलाए गए हैं. कंपनियां अपने सीक्रेट सेंट फार्मूले को छिपाने के चलते ये नहीं बतातीं कि सेनिटाइजर में वास्तव में कौन सी सामग्री मिलाई गई है और वो दर्जनों केमिकल इसमें मिला देते हैं.

होली पर भांग का नशा कैसे दूर करें, रंग कैसे उतारें

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होली खेलने के बाद दो तरह की समस्याओं का सामना करना होता है। पहला यह कि जो लोग भांग पीते हैं और कुछ ज्यादा ही पी जाते हैं तो कैसे उसका नशा चुटकियों में उतारें और दूसरा यह कि यदि कोई व्यक्ति प्राकृतिक रंग को छोड़कर अन्य रंगों से होली खेलता है तो वह रंग कई दिनों तक जमा रहता है और वह हानिकारक भी रहता है। ऐसे में इन दोनों समस्या से बचने के लिए बेहतरीन 5 समाधान।
ऐसे उतारे भांग का नशा
1.यदि आपने ज्यादा भांग नहीं पी है तो भुने हुए चने खाने से उसका नशा उतर जाएगा। बस यह ध्यान रखें की कोई भी मीठे पदार्थ का सेवन ना करें।
2.यदि ज्यादा चढ़ गई है तो अरहर की कच्ची दाल को पीसकर उसको पानी में घोल लें और उसका सेवन करें।

  1. भांग उतारने के लिए खटाई का सेवन करना सबसे बेहतर तरीका है। इसके लिए आप संतरेरू नींबू, छाछ, दही या फिर इमली का पना बनाकर उसका सेवन कर सकते हैं।
  2. इसके अलावा सरसों का तेल हल्का गुनगुना करके संबंधित व्यक्ति के कान में डाल दें। एक-दो बूंद सरसों का तेल दोनों कानों में डालें। बेशक इन तरीकों से भांग का नशा उतर जाएगा।
  3. कई लोग घी के सेवन को भी भांग के इलाज के तौर पर प्रयोग करते हैं। इसके लिए शुद्ध देशी घी का अत्यधिक मात्रा में सेवन करना बेहद जरूरी है, ताकि भांग का नशा उतरने में आसानी हो।
    होली का रंग कैसे छुड़ाया जाए
  4. तेल लगाकर खेलें होली : होली खेलने से पहले खासतौर पर अपने हाथ-पैर, चेहरे, बालों और शरीर पर अच्छे से नारियल या सरसों का तेल या कोई लोशन लगा लें। यदि आपने ऐसा किया है तो होली के रंग छुड़ाने में आसानी होगी।
  5. रंग छुड़ाने से पहले गीले शरीर को सुखने दें फिर सबसे पहले कपड़ों और सिर से जितना सूखा रंग झाड़ सकते हैं, निकाल दें। उसके बाद सूखे, मुलायम कपड़े से रंग साफ कर लें। इसके बाद ही नहाएं।
  6. मुलतानी मिट्टी, बेसन या आटे में नींबू का रस डालकर मिला लें और उसे संपूर्ण शरीर पर अच्छे से मल लें। सुखने के बाद उसे धीरे धीरे रगड़ कर निकालें। इससे अधिकतर रंग आसानी से निकल जाएगा।
  7. मूली का रस निकालकर उसमें दूध व बेसन मिलाकर पेस्ट बनाएं और उसे संपूर्ण शरीर पर अच्छे से मल लें। सुखने के बाद उसे धीरे धीरे रगड़ कर निकालें। इससे अधिकतर रंग आसानी से निकल जाएगा।
    5.स्पंज से नहाएं : नहाते वक्त कुछ लोग डिटर्जेंट का उपयोग करते हैं जो कि गलत है। आप किसी अच्छे साबून का प्रयोग करें। पहले संपूर्ण शरीर पर अच्छे से साबून लगा लें फिर उसे हल्के हल्के स्पंज के बड़े-बड़े टुकड़ों से रगड़े। यदि प्राकृतिक रंग होगा तो जल्दी से निकल जाएगा लेकिन यदि केमिकल रंग होगा तो देर लगेगी। केमिकल रंगों को जबरन निकालने का प्रयास ना करें। वह वक्त के साथ खुद ब खुद ही निकल जाएंगे। जबरन निकालने में त्वचा को नुकसान पहुंचेगा।

विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे पटवारी

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बालोद। जिले के राजस्व पटवारी ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर गुरुवार को नया बस स्टेंड में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे गए है.इस दौरान पटवारियों ने शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर मांगो को पूर्ण करने की मांग कर रहे थे ,पटवारियों की मांग है कि वरिष्ठता के आधार पर उन्हें प्रमोशन दी जाए. इसके अलावा राजनादगांव के छुरियां में पदस्थ एसडीएम के खिलाफ दुर्व्यवहार मामले में कार्रवाई की जाए.पटवारियों का धरना प्रदर्शनपटवारियों ने कहा कि वे अभी बालोद जिले में धरने पर बैठे हैं. अगर सरकार उनकी बात नहीं मानती है, तो वे संभाग स्तर पर भी धरना देंगे और जब तक शासन उनकी मांगें नहीं मानती है. तब तक यह धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.इंटरनेट भत्ता देने की मांगपटवारी इंटरनेट और लैपटॉप भत्ता की भी मांग कर रहे हैं. उनका कहना है, वरिष्ठता के आधार पर प्रमोशन करते हुए राजस्व निरीक्षक के पद पर पटवारियों को पदोन्नत किया जाए. साथ ही बड़े अधिकारियों द्वारा जो प्रताड़ना दिया जाता है उसे भी बंद किया जाए.इस दौरान जिले के पटवारी बड़ी सख्या में उपस्थित थे।

बदहाली का राह में जाता बस स्टैंड

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बालोद। प्रदेश में मॉडल के रूप में पहचान बनाने वाले शहीद वीरनारायण सिंह नया बस स्टैंड इन दिनों अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही हैं, नगर पालिका प्रशासन की उदासीनता व लापरवाही के चलते बस स्टैंड के बीचोंबीच गलत जगह पर ऑटो स्टैंड का निर्माण किया जा रहा है।जिससे बस स्टैंड की सुंदरता पर ग्रहण लग जाएगा। जिसके लिए सिमेंट्रीकारण की खुदाई कर गड्डा किया जा रहा हैं। इससे लोगों व बस स्टेंड के व्यपारियो में नाराजगी में नराजगी देखी जा रही हैं।क्योंकि यहीं पर पहले से ऑटो और अन्य चार पहिया खड़े होने से वैसे ही ट्रैफिक जाम की समस्या रहती है। हादसे होने का खतरा बना रहता है। इसके बाद भी नगर पालिका द्वारा जहां पर अस्थाई रूप से ऑटो खड़े किए जाते थे, वहीं पर उनके लिए स्टैंड बनाया जा रहा है।
स्टैंड निर्माण होने पर बस स्टैंड की खूबसूरती पर लग जाएगा ग्रहण
प्रदेश में मॉडल के रूप में पहचान बनाने वाले शहीद वीरनारायण सिंह बस स्टैंड की खूबसूरती पर ग्रहण लगाने के लिए पालिका प्रशासन की कार्यप्रणाली पर उठने लगे हैं सवाल,आखिर 8 से 10 ऑटो के लिए बस स्टैंड के बीचों बीच स्टैंड का निर्माण करने से नया बस स्टैंड की खूबसूरती समाप्त हो जाएगी।बस स्टैंड के मुख्य द्वार से प्रतिदिन सैकड़ो बसो की आवाजाही होती हैं, और इसी मार्ग से यात्रियों भी आना जाना करते हैं, बीच में टेक्सी स्टैंड बनने से बसो की आवाजाही से उक्त स्थल छोटा पड़ जाएगा, बस स्टैंड से दल्लीराहरा जाने वाली प्रवेश द्वार के बाई ओर खाली जमीन पड़ी हुई हैं जहाँ पर आसानी से टैक्सी स्टैंड का निर्माण किया जा सकता हैं, लेकिन पालिका प्रशासन की उदासीनता के चलते बस स्टेंड की खूबसूरती को बिगाड़ने में लगे हैं।
बस स्टेण्ड परिसर अतिक्रमण के चपेट में
बस स्टेण्ड परिसर के सामने गन्ना रस,गुपचुप,फल्ली ठेला वालो ने कब्जा कर लिया है, जिससे यात्रियों को आने जाने परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, बस स्टेण्ड परिसर के अंदर व्यपारियो ने अपने दुकानों के बहार समानो को फैलाकर रखी हैं जिसके कारण परिसर छोटा हो गया हैं। परिसर के अंदर ही निचे में चना मुर्रा की दुकाने फैलाकर अपनी दुकानदारी कर रहे हैं। इससे यात्रियों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड रहा हैं, स्टेण्ड के सामने ही ठेले वालो का कब्जा हैं, ।स्टेण्ड के सामने ही चाट,फल्ली की ठेला लगा कर लोग अपनी दुकान दारी चला रहे हैं इसके बाद भी पालिका द्वारा कोई ध्यान नही दिया जा रहा हैं,