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हार्ट प्रॉब्लम ही नहीं भूलने की बीमारी का इलाज भी कर सकती है ये दवा

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दिल की दवा दिल की बीमारी ठीक करने के साथ ही इंसानों में भूलने की बीमारी को भी ठीक कर सकती है. एक हालिया शोध में यह दावा किया गया है कि कोलेस्ट्रॉल व हाई ब्लड प्रेशर की दवाओं के संयोजन से इंसान में डिमेंशिया के खतरे को भी कम किया जा सकता है.
विचाराधीन दवाओं में दो सामान्य प्रकार की ब्लडप्रेशर की दवाएं जैसे एसीई इनहिबिटर और एंजियोटेंसिन दो रिसेप्टर ब्लॉकर्स (एआरबी) शामिल होती हैं. साथ ही इसमें कोलेस्ट्रॉल कम करने वाले स्टैटिन भी होते हैं.
कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखना है जरूरी
यूनिवर्सिटी ऑफ सर्दर्न कैलिफोर्निया के शोधकर्ता डगलस बर्थोल्ड ने कहा कि यह पहले से ही पता है कि स्वस्थ हार्ट के लिए ब्लडप्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखना बहुत जरूरी है. अध्ययन से पता चलता है कि कुछ दवाओं के संयोजन से भी अल्जाइमर का निदान पाया जा सकता है.
इन वजहों से होती है भूलने की बीमारी
तनाव: ज्यादा काम होने के कारण अक्सर लोगों को तनाव ज्यादा रहता है. तनाव धीरे-धीरे आपकी ब्रेन मेमोरी को खोखला करता है, जिसके कारण आपको भूलने की बीमारी हो सकती है.
मल्टी टास्किंग: ऑफिस, घर में अक्सर एक साथ कई सारे काम करने के कारण भी दिमाग की मेमोरी प्रभावित होती है.
नींद कम आना: जिन लोगों को नींद कम आने की समस्या है वो भी भूलने की बीमारी का शिकार हो सकते हैं. नींद कम आने की वजह से न सिर्फ आपका स्वास्थ्य खराब होता है, बल्कि चीजों को याद करना, याद रखना भी मुश्किल हो जाता है.
ज्यादा दवाइयों का सेवन: भूलने की बीमारी उन लोगों को भी हो सकती है जो हर छोटी-छोटी बात पर दवाइयों का सेवन करते हैं. अक्सर लोग सिरदर्द, बुखार, खांसी, पेट दर्द समेत कई छोटी-छोटी समस्याओं में कई सारी दवाओं का सेवन करते हैं. ज्यादा दवाओं का सेवन करना भी दिमाग पर असर डाल सकता है, जिसके कारण भूलने की बीमारी हो सकती है.

कुकिंग ऑइल खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान

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खाना पकाने के लिए कुकिंग ऑइल की जरूरत पड़ती ही है, लेकिन अब बाजार में इतने तरह के तेल मिलने लगे हैं कि समझ ही नहीं आता कि आखिर कौन सा तेल लिया जाए। कई बार तो लोग सिर्फ चर्चित विज्ञापन के चक्कर में कोई कुकिंग ऑइल खरीद लेते हैं, लेकिन यह तेल के चुनाव का सही तरीका नहीं है। हमें बता रहे हैं कुछ काम के पॉइंट्स जो आपको सही कुकिंग ऑइल चुनने में मदद करेंगे।
स्वाद के अनुसार
मार्केट में मिलने वाले तेलों का अलग-अलग स्वाद होता है, आपको क्या पकाना है इसके अनुसार अपने तेल का चुनाव करें। उदाहरण के लिए पास्ता अगर बनाना है तो उसके लिए सबसे उपयुक्त ऑलिव ऑइल होगा। इसी तरह पराठे सेंकने के लिए रिफाइन्ड तेल सही रहता है और बात हो तड़का लगाने की तो उसके लिए स्वाद के लिहाज से सरसों का तेल अच्छा माना जाता है।
स्मोक पॉइंट
तेल का स्मोक पॉइंट वह होता है जिस पर वह गरम होने पर जलने लग जाता है और वह डीग्रेड हो जाता है। यह शरीर के लिए अच्छा नहीं होता। ऐसे में इस पॉइंट का भी ख्याल रखते हुए तेल खरीदना चाहिए। उदाहरण के लिए अगर आपको चीजें फ्राई करनी है तो इसके लिए हाई स्मोक पॉइंट वाला तेल बेस्ट रहेगा।
ओमेगा 6 और ओमेगा 3
ओमेगा 6 और ओमेगा 3 शरीर के लिए अच्छे माने जाते हैं। ये दोनों खाने के तेल में मौजूद होते हैं। हालांकि, ज्यादा ओमेगा 6 और कम ओमेगा 3 का बैलेंस कई दिक्कतें भी पैदा कर सकता है। ऐसे में कोशिश करें कि आप ऐसे तेल लें जिसमें इनका बैलेंज बेहतर हो।
कीमत के आधार पर
प्राइस ज्यादा है या कम इससे ज्यादा इस पर ध्यान दें कि वह आपके लिए कितना हेल्दी है। ज्यादा महंगे तेल का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि वह आपके लिए अच्छा है, इसलिए डीटेल्स जरूर पढ़ें।
तारीख जरूर देखें
ऑइल खरीदने से पहले उसकी एक्सपायरी डेट जरूर देखें। कोशिश करें कि आप ज्यादा आगे की एक्सपायरी डेट वाला तेल लें क्योंकि यह जल्दी खत्म नहीं होता है और डेट निकल जाने के बाद इसका इस्तेमाल सेहत को नुकसान पहुंचाता है।

कोरोना वायरस से बचने का एकमात्र उपाए घर पर रहना

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राज्य सरकार ने लोगों से अपने घरों में ही रहने की अपील की
रायपुर।
कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से बचने का एक मात्र उपाए है कि लोग अपने घरों पर रहें। बहुत से लोग लॉकडाउन को अभी भी गंभीरता से नही ले रहे है और अनवाश्यक रूप पर बिना किसी कार्य के सड़कों पर घूम रहे है। राज्य सरकार द्वारा सभी लोगों से अपने घरों में ही रहने की अपील की गई है साथ ही अधिकारियों को केन्द्र सरकार द्वारा इस संबंध में जारी एडवाइजरी का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश भी दिए गए है। राज्य सरकार ने लोगों से कहा है कि कृपया लॉकडाउन को गंभीरता से ले। कोरोना के संक्रमण से अपने और अपने परिवार को बचाएं। केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा इस संबंध में जारी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करें ताकि इसके संक्रमण को रोका जा सके।

एन—95 मास्क केवल स्वास्थ्य कर्मी ही लगाएं : निहारिका बारिक

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रायपुर। छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक ने कहा है कि संक्रमण से बचने के लिए उपयोग में होने वाले मास्क की बाजार में हो रही कमी और अस्पतालकर्मियों को भी मास्क नहीं मिल पाने के कारण असुविधा हो रही है।
उन्होंने कहा है कि मास्क लगाने की जरूरत केवल अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों को है। इसके अतिरिक्त वे मरीज जिनको खांसी और है। इसके अलावा जो अस्पताल जा रहें हों, उन्हें भी लगाने की जरूरत है। यदि आप अस्पताल कोई अन्य परेशानी के लिए जा रहे हों, तो मास्क लगाने की कोई जरूरत नहीं है। एन-95 मास्क सिर्फ स्वास्थ्य कर्मी जो लैब में काम कर रहे हों, वे ही लगाएं।

शहीद जवानों के परिजनों से मिलकर सीएम ने बंधाया ढांढस

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रायपुर। नक्सली हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। नक्सलियों को जड़ से उखाड़ फेंकने की बात कहते हुए सीएम श्री बघेल ने कहा कि शहीद जवानों की कमी पूरी नहीं की जा सकती।
सुकमा में नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद श्री बघेल ने कहा कि जवानों की अदम्य साहस को वे सलाम करते हैं, शहीद जवानों की कमी को पूरी नहीं की जा सकती। लेकिन नक्सलियों को उखाड़ फेंकने के लिए हमारे जवान सदैव तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि डीआरएजी, एसटीएफ और पैरा की टीम नक्सलियों से मुकाबला जारी रखेगी। फोर्स की रणनीति में कोई कमी नहीं है, सूचना थी कि नक्सली पहाड़ में हैं, जवान नीचे थे। मुठभेड़ के दौरान घायल जवानों से बातचीत करने पर पता चला है कि ऑपरेशन के दौरान नक्सली भी लगातार ढेर होते रहे हैं।

मुख्यमंत्री-गृहमंत्री ने नक्सली हिंसा में शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि

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रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, केंद्रीय गृह मंत्रालय के वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार विजय कुमार और पुलिस महानिदेशक डी. एम. अवस्थी ने सुकमा पुलिस लाईन में सुकमा नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

नक्सल समस्या पर हुई महत्वपूर्ण बैठक

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मुख्यमंंत्री भूपेश बघेल, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार मौजूद रहे बैठक में
रायपुर।
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के एलमागुंडा क्षेत्र में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 17 जवानों के शहीद होने के बाद सोमवार को बंद कमरे में नक्सल समस्या पर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार सहित पुलिस डीजीपी डीएम अवस्थी सहित नक्सल अभियान से जुड़े पुलिस के कई आला अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, विधायक मोहन मरकाम, केंद्रीय गृह मंत्रालय के वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार विजय कुमार और पुलिस महानिदेशक डी. एम. अवस्थी ने आज सुकमा पुलिस लाईन में सुकमा नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हमे अपने जवानों की बहादुरी पर गर्व है। जवानों ने नक्सलियों से मुकाबला करते हुए अपने प्राणों को न्यौछावर किया। उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। श्री बघेल ने जवानों के हौसले को नमन करते हुए कहा कि राज्य सरकार शहीदों के परिजनों के साथ दृढ़ता के साथ खड़ी है। हर परिस्थितियों में राज्य सरकार इन परिवारों को सहयोग देगी।
बताया जा रहा है कि शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद पुलिस लाइन में मुख्यमंत्री बघेल और आंतरिक सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार ने बंद कमरे में बैठक कर नक्सलियों के खिलाफ रणनीति तैयार की है। संभावना जतायी जा रही है कि बैठक में नक्सली हमले की समीक्षा के साथ नक्सलियों से निपटने आगे की रणनीति पर भी चर्चा हुई।

जनता कर्फ्यू: सड़कों पर पसरा सन्नाटा, बंद रही प्रतिष्ठानें

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कोरोना को हराने लोगों ने दिखाई एकजुटता, नहीं निकले घरों से
पुलिस दिनभर करती रही पट्रोलिंग
कोरबा।
कोरबा की जनता ने कोरोना के खिलाफ जंग में एकजुटता दिखाई । जनता कर्फ्यू को लेकर आटो, बस, रेल सहित प्रतिष्ठानें बंद रही। लोगों ने घरों में रहकर ही कोरोना के खिलाफ लड़ाई जारी रही। केवल जरूरी कामों के लिए इक्का-दुक्का लोग घर से बाहर से निकले। उम्मीद की किरण के साथ रविवार का सूरज उदय हुआ। इस बात की उम्मीद की कोरोना वाइरस की जानलेवा श्रृंखला हम तोड़ेंगे। हुआ भी यही क्या शहर क्या गांव चारो तरफ सन्नाटा, मानो जनता ने कह दिया हो हम डरेंगे नही रहेंगे सतर्क रहकर लड़ेंगे और जीतेंगे भी। लोग घरों में रहकर कोरोना गो बेक का भी संदेश दे दिया है। सुबह ७ बजे से ही ऊर्जा नगरी में सन्नाटा पसरा रहा। ट्रेन व बसें निरस्त रही। ऑटो रिक्शा चालकों ने भी संघ के ऐलान के तहत जनता कफ्र्यू का पूर्ण समर्थन दिया। दुकानों में भी ताले लटके रहे। रोज कमाने खाने वाले ठेले गुमटी वालों ने भी कोरोना संक्रमण को समाप्त करने के लिए इस महायज्ञ में अपनी आहुति दी। जनता कर्फ्यू का कोरबा में शत-प्रतिशत असर देखने को मिला। शहर की दुकानें बंद रही। सड़क में सन्नाटा पसरा रहा। लोग घरों में बंद रहे। पूरे वक्त व्यस्त रहने वाला इलाका पावर हाउस रोड, टीपी नगर, निहारिका में भी इक्के दुक्के लोग नजर आए जो जरूरी सेवा से संबंधित रहे। एसईसीएल की कुसमुंडा कोयला खदान की कालोनी विकास नगर क्षेत्र में भी जनता कफ्र्यू का असर रहा। सुबह से लोग अपने घरों में रहे ,सड़कें सुनी रही। इंडस्ट्रियल क्षेत्र गोकुल नगर कालोनी में भी सन्नाटा रहा। पेट्रोल पंप खुले तो रहे पर यहाँ भी सन्नाटा ही रहा ।क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। जनता कर्फ्यू के समर्थन में सभी राजनीतिक पार्टियां, समाजिक संस्थाओ ने भी समर्थन किया है। जनप्रतिनिधियों के द्वारा सोशल मीडिया में लोगों को घर में रहने की अपील की जाती रही ।
24 घंटे व्यस्त रहने वाला हरदीबाजार-बलौदा मार्ग भी खाली
कोयला परिवहन में लगे भारी वाहनों से २४ घंटे व्यस्त रहने वाला हरदीबाजार मुख्य मार्ग भी रविवार को वीरान नजर आया। यह मार्ग बलौदा से जिला जांजगीर-चम्पा को जो?ता है, जिससे आम लोगों का आवागमन भी पूरे दिन होता है पर जनता कफ्र्यू के असर से आवागमन भी पूरी तरह थम गया ।
कटघोरा में भी जनता कर्फ्यू का जोर
उपनगरीय क्षेत्र कटघोरा में भी कोरोना को लेकर स?के वीरान रही ।बस स्टैंड जो कि भीड़भाड़ा वाला स्थान हुआ करता था वहाँ भी बसों की आवाजाही रुक जाने से सन्नाटा पसरा रहा । जनता कर्फ्यू का असर सुबह से दिखना शुरू हो गया। लोगों ने इस भीषण वायरस से बचने के लिए घरो में रहना ही समझदारी समझा।जाहिर है कि विश्व के कई देशों में कोरोना वायरस ने दहशत मचा दी है और भारत मे भी इसका असर दिखना शुरू हो गया है। जिला कोरबा के अंतर्गत कटघोरा एक छोटा सा कस्बा है जो कि नगर पालिका का दर्जा प्राप्त कर चुका है यहाँ भी इस वायरस का असर देखने को मिला। प्रशासनिक अमला भी अलर्ट पर है सभी को घरो में रहने के लिए कहा जाता रहा। सभी हाट बाजार, ठेला गुमटी, माल, होटल, स्कूल,कालेज, सरकारी दफ्तर बन्द करने के निर्देश शासन ने जारी किए हैं। जाहिर है लोगो को समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है मगर कोरोना से लडऩे के लिए लोग घरों में रहकर इस भीषण वायरस को मात दे सकते हैं।
खुली रही शराब दुकान
दुकान के सेल्स मेन ने उच्च अधिकारियों से निर्देश नहीं मिलने का हवाला दिया । जबकि प्रशासन ने जनता कर्फ्यू के दौरान शराब दुकान बंद करने के सख्त आदेश दिया था।
बसों के पहिए थमे , भटके यात्री
लम्बी व छोटी दूरी की सडक मार्ग बस परिवहन से यात्रा करने वाले मुसाफिर अपने गंतव्य तक जाने हेतु बसों की राह ताकते रहे ।केरोना जैसे भयवाह महामारी के ब?ते प्रकोप को सुरक्षा की दृष्टि से राज्य सरकार ने 31 मार्च तक बंद करने का निर्णय लिया है । ऐसे में ट्रेन विहीन मार्गो में मोटर बस ही ग्रामीण अंचल क्षेत्रों में आवागमन का एक मात्र साधन है । ऐसे में बस बंद रहने से लोग भटके।जिससे यात्री बस स्टैंड में मायूस उदास व आवगमन के अन्य साधानों में जुटे रहे।

कोरोना वायरस: आवश्यक सामग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित हो: सांसद

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बचाव में जुटे लोगों का बढ़ाएं उत्साह
कोरबा।
कोरबा सांसद ने अपने संसदीय क्षेत्रांतर्गत कोरबा, कोरिया, पेंड्रा-गौरेला-मरवाही के जिला कलेक्टर से कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर सजगता और सतर्कता बरतने कहा है। इससे निपटने आवश्यक सुरक्षा एवं स्वच्छता सामग्री की उपलब्धता के लिए किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए।सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत ने कहा कि कोरोना वायरस के बचाव से संबंधित सामग्रियों के लिए आवश्यक हो तो उनके मद के साथ-साथ आपदा प्रबंधन मद का भी उपयोग कर सकते हैं। आवश्यक हो तो इस मामले में प्रशासन के लोग मुझसे सीधे संपर्क कर सकते हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के अलावा पूरा प्रशासनिक अमला मामले को लेकर गंभीर है। सांसद ने कहा कि इस गंभीर बीमारी को लेकर विश्व के कुछ देशों में महामारी की स्थिति र्निर्मत हो गई है। हमारे देश व प्रदेश के साथ-साथ संसदीय क्षेत्र में यह स्थिति उत्पन्न न हो, इसके लिए आवश्यक सावधानी बरतने की दिशा में ठोस प्रयास किए जाएं। सांसद ने कहा है कि कोरोना वायरस से बचाव में लगे हुए चिकित्सा कर्मी, शासकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ-साथ पुलिस व सुरक्षा बल, सामाजिक कार्यकर्ता, मीडिया कर्मी व विशेषकर स्वच्छता कर्मियों का उत्साहवर्धन के लिए हम सबको निरंतर जुटे रहना है। कोरोना वायरस को लेकर आम जनों को घबराने की जरूरत नहीं है। इसके लिए सरकार व आम लोग पूरी जिम्मेदारी से लगे हुए हंै। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी निर्देर्शो का जिम्मेदारी से पालन करने की आवश्यकता है व कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सभी को स्वयं आगे आने की जरूरत है। सांसद ने जनमानस से अपील की है कि सेनेटाइजर के पीछे न भाग कर कीटाणु नष्ट करने वाले किसी भी तरल पदार्थ का उपयोग कर सकते हैं। आवश्यकता प?ने व सर्दी-खांसी की स्थिति में मास्क का भी उपयोग कर सकते हंै।० मुख्यमंत्री के साथ बैठक व कलेक्टर को दिए निर्देशसांसद श्रीमती महंत ने बताया कि बीते दिनों आपदा प्रबंधन की बैठक में कोरोना वायरस से बचाव को लेकर बिंदुवार चर्चा की गई साथ ही सभी आवश्यक पहल करने का निर्देश मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विभागीय अमले को दिया है। सांसद ने कोरबा व कोरिया कलेक्टर से चर्चा कर इस गंभीर बीमारी से बचाव और सावधानियों को लेकर सजग रहने को कहा है। सांसद ने कहा कि राशन व आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति को लेकर उपभोक्ताओं को चिंता करने की जरूरत नही है। जिला प्रशासन इस ओर पूरी तरह निगरानी रखेगा जिसके लिए भी निर्देशित किया गया है।

कोरोना सें जंग में कदमताल कर रही महिलाएं……

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कलेक्टर दीपक सोनी के रचनात्मक कार्यो का हैं एक और मिसाल, कोरोना वायरस से बचाव में अहम सेनेटाइजर मास्क तैयार कर रही जिलें की महिलाए, पहले चरण में
करीब 50 हजार मास्क तैयार कर उपलब्ध कराएंगे जिला अस्पताल में
सूरजपुर।
वैश्विक स्तर पर महामारी का रूप धारण कर चुकी नोवेल कोरोना वायरस से प्रभाव और संक्रमण से जुझ रही हैं।वहीं इस वायरस की दस्तक राजधानी दिल्ली सें लेकर रायपुर प्रदेश की राजधानी में होनें पर एलर्ट मोड पर सरकार तमाम कवायदों को पूर्ण करने में चौबीसों घंटे जुटी हुई है।जिसका मुख्य उद्देश्य कम से कम लोग इससे प्रभावित हो और मौत के मामलों पर भी अंकुश लग सकें।इन्हीं कवायदों में शामिल सबसे अहम भूमिका सेनेटाइजर मास्क और सेनेटाइजर है,जो इससे बचाव वर्तमान समय की जरूरत पड़ने से मांग अनुसार उपलब्धता अचानक से बढने की वजह से बेतहाशा रूप से इसका मुल्य बढने से चितिंत शासन ने इसे आवश्यक वस्तु अधिनियम के अंतर्गत लाने के साथ दर निर्धारण किया है।इन सभी कवायद के बाद भी बाजार में उपलब्ध मांग अनुसार नहीं होने की वजह से अचानक कही इसकी जरूरत आन पड़ी तो परेशानियों का समाधान करने के लिए प्रदेश के अन्य जिलों की तुलना में सूरजपुर जिला दूसरों के भरोसे ना रहते हुए खुद सें ही उपलब्ध कराने के लिए जिलें के कलेक्टर दीपक सोनी ने अपनी दूरदर्शी सोच और रचनात्मक कार्य में एक और अहम सफलता के रूप में आर्थिक रूप से पिछड़ेपन का शिकार परिवारों को इस समय में रोजगार के अवसर बतौर फेस मास्क निर्माण कार्य में जोड़ने के साथ इसके सुरक्षित निर्माण के लिए प्रशिक्षण उपरांत वर्तमान में जिला मुख्यालय सूरजपुर शहर मे ही एनयुएलएम के तहत गठित 10 महिलाओं के समूहों को सुरक्षित रूप से निर्माण कर पहले चरण में ही करीब 50 हजार मास्क की उपलब्धता जिला अस्पताल में महिला समूह के द्वारा कराई जाएगी।इससे जहां मांग अनुसार उपलब्ध कराने के साथ विषम परिस्थितियों में त्वरित रूप से आमजनों को उपलब्ध कराने के साथ कम से कम दर पर विक्रय होनें सें महिलाओं को रोजगार सें जहां अपने परिवार का जीवन स्तर में बदलाव के साथ वायरस से अपने परिवार और परिचितों को बचाने में अहम माध्यम भी यही महिलाएं बनकर सामने आ रही हैं।आपको बताते चलें कि जब इस वायरस के संबंध में राज्य सरकार के बचाव के लिए एहतियातन रूप से जागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों को बचाने के क्रम में ग्रामीण सहित नगरीय क्षेत्रों में आर्थिक रूप से पीछड़ेपन जैसी स्थितियों में रहने वाला वर्ग को जागरूक करना सबसे बड़ी चुनौती के रूप में आकलन किया गया था, लेकिन इस दफा भी कलेक्टर श्री सोनी के कुशल नेतृत्व नें जहां जितनी चुनौतियां वहीं सबसे ज्यादा अवसर भी उपलब्ध होने की बातो को एक दफा फिर से सार्थक करनें के राहो में प्रदेश के अन्य जिलों के लिए अनुकरणीय पहल बतौर बनकर सामने आया है।